Kaudi Mata Temple: देवी के भोग से लेकर स्नान में शामिल है कौड़ी, बाबा विश्वनाथ से है संबंध
कौड़ी माता के मंदिर (kaudi devi mandir varanasi) काशी के खोजवा मोहल्ले में में स्थित है जो अपनी मान्यताओं को लेकर काफी प्रसिद्ध भी है। कौड़ी देवी को चोझी माता या गौरी माता के नाम से भी जाना जाता है। ऐसे में चलिए जानते हैं इस मंदिर की खासियत और इससे जुड़ी कुछ मान्यताओं के बारे में।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। कौड़ी को धन की देवी लक्ष्मी जी का प्रतीक माना गया है। लक्ष्मी जी की पूजा में कौड़ी जरूरी रूप से अर्पित की जाती है, जिससे साधक को उनका आशीर्वाद मिलता है। आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं कि जहां भक्त देवी को सोना-चांदी या धन नहीं, बल्कि कौड़ी चढ़ाते हैं। चलिए जानते हैं वाराणसी में स्थित इस अद्भुत मंदिर के बारे में।
कौन हैं कौड़ी देवी
मान्यातओं के अनुसार, कौड़ी देवी को बाबा विश्वनाथ की बड़ी बहन भी माना गया है, जिस कारण इस मंदिर की मान्यता और भी बढ़ जाती है। इसके साथ ही कौड़ी देवी का संबंध दक्षिण भारत से माना गया है। जिस कारण इस मंदिर की मान्यता केवल आसपास के क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि दूर-दूर से श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं। विशेषकर शुक्रवार के दिन मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।
वहीं प्रचलित कथा के अनुसार, कौड़ी माता को सबरी को रूप भी माना गया है। जब भगवान राम के वनवास के दौरान शबरी ने जूठे बेर खिलाए, तो बाद में उसे अपनी गलती पर पछतावा हुआ। उससे राम जी से क्षमायाचना की, जिस पर भगवान ने उसे यह वरदान दिया कि कलयुग में तुम्हारी पूजा होगी और तुम्हें कौड़ी देवी के रूप से जाना जाएगा। इसलिए तुम शिव की राजधानी काशी में जाकर वास करो।
मंदिर की खासियत
केवल भक्तों द्वारा ही देवी को कौड़ी अर्पित नहीं की जाती, बल्कि देवी के भोग से लेकर स्नान तक में कौड़ियों का ही इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा देवी के वस्त्रों में भी कौड़ी का इस्तेमाल किया गया है। मान्यता है कि काशी में आकर जो भी भक्त कौड़ी देवी को कौड़ी चढ़ाता है, उसे काशी दर्शन करने जितना फल मिलता है।
काशी विश्वनाथ मंदिर
क्या है मान्यता
वाराणसी स्थित कौड़िया देवी (Kaudi Devi) मंदिर में देवी को मुख्य रूप से कौड़ियां अर्पित की जाती हैं। जहां भक्त अपनी मन्नत पूरी होने पर माता को कौड़ियां चढ़ाते हैं। साथ ही ऐसा भी माना जाता है कि इस मंदिर में कौड़ियों अर्पित करने से साधक को धन-समृद्धि का आशीर्वाद भी मिलता है। इसके साथ ही यह भी माना जाता है, कि जो भक्त देवी को 5 कौड़ी अर्पित करता है और उसके बाद इन कौड़ियों को अपनी घर तिजोरी या धन के स्थान पर रख देता है, उसे धन संबंधी समस्याओं से भी छुटकारा मिल सकता है।
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