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    Chhath Puja 2025: पटना के घरों में गंगा जल से अर्घ्‍य, नगर निगम का खास इंतजाम

    By Vyas ChandraEdited By: Vyas Chandra
    Updated: Fri, 24 Oct 2025 09:49 PM (IST)

    पटना में छठ पूजा 2025 की तैयारी शुरू हो चुकी है। नगर निगम इस बार घरों में गंगा जल से अर्घ्‍य देने की विशेष व्यवस्था कर रहा है। श्रद्धालुओं के लिए कई स्थानों पर गंगा जल वितरण केंद्र बनाए जाएंगे, ताकि हर घर तक शुद्ध जल पहुंचे और छठ पूजा विधिपूर्वक संपन्न हो सके।

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    जेपी सेतु घाट से रवाना होते गंगाजल भरे टैंकर। जागरण

    जागरण संवाददाता, पटना। छठ महापर्व पर हर तरफ उत्‍सवी माहौल है। आस्‍था और पवित्रता हर तरफ दिख रही है। पटना नगर निगम गंगा घाटों को चकाचक करने के साथ शहर के अन्‍य तालाबों के घाटों को भी दुरुस्‍त कर रहा है। व्रतियों को गंगाजल लाने में किसी प्रकार की असुविधा न हो इसको लेकर शुक्रवार को गंगा जल पहुंचाने की शुरुआत की गई। 

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    प्रमंडलीय आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर, जिलाधिकारी डा. त्यागराजन एसएम, नगर आयुक्त यशपाल मीणा, एसएसपी कार्तिकेय शर्मा, डीडीसी समीर सौरभ आदि ने जेपी सेतु घाट से हरी झंडी दिखाकर गंगा जल भरे टैंकरों को रवाना किया। ये टैंकर गंगा नदी से शुद्ध जल लेकर नगर निगम के सभी छह अंचलों के वार्डों के गली-मोहल्‍ले में पहुंचेंगे ताक‍ि घर में ही व्रत‍ियों को गंगा जल म‍िल सके।  

    नगर आयुक्‍त ने बताया क‍ि हर अंचल के लिए दो-दो टैंकर समर्पित किए गए हैं, निगमकर्मियों की देखरेख गंगाजल वितरण का कार्य किया जाएगा। नगर निगम द्वारा यह भी व्यवस्था की गई है कि जिन छोटे तालाबों या कृत्रिम जलाशयों में श्रद्धालु अर्घ्य देंगे, उनमें भी गंगाजल डाला जाएगा, जिससे छठ महापर्व की पवित्रता और आस्था बनी रहे। नगर आयुक्‍त ने कहा कि छठ महापर्व लोक आस्था का प्रतीक है। श्रद्धालुओं को गंगाजल के लिए कठिनाई न झेलनी पड़े, यह सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। यह पहल श्रद्धा, स्वच्छता और सुविधा का अद्भुत संगम है।

    त्‍योहार के दौरान गंगा तट की स्‍वच्‍छता बनी रहे, इसको लेकर घाटों पर स्‍वच्‍छता कलश स्‍थापित किया गया है। पटना नगर निगम ने यह अनूठी पहल की है। इसमें श्रद्धालु पूजा उपरांत निकलने वाले फूल, माला, दीप एवं अन्य विसर्जन सामग्री डाल सकेंगे। गंगा नदी के किनारे स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए यह कदम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। प्रत्येक दिन इन स्वच्छता कलश को नगर निगम की टीम द्वारा खाली कर साफ किया जाएगा, ताकि गंगा में किसी प्रकार का प्रदूषण न हो।