Shani Amavasya 2025: शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए जपें ये शक्तिशाली मंत्र, बनेंगे सारे बिगड़े काम
ज्योतिषियों की मानें तो शनि अमावस्या (Shani Amavasya 2025) के दिन कई मंगलकारी संयोग बन रहे हैं। इन योग में गंगा स्नान कर देवों के देव महादेव की पूजा क ...और पढ़ें

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म में शनिवार का दिन न्याय के देवता शनिदेव को समर्पित होता है। इस दिन कर्मफल दाता शनिदेव की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही मनचाही मुराद पाने के लिए शनिवार का व्रत भी रखा जात है। इस साल भाद्रपद अमावस्या शनिवार 23 अगस्त के दिन मनाई जाएगी। शनिवार के दिन पड़ने के चलते यह शनि अमावस्या कहलाएगी।
.jpg)
इस शुभ अवसर पर स्नान-ध्यान कर भगवान शिव और शनिदेव की पूजा करने से साधक को सभी प्रकार के मानसिक और शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। साथ ही कुंडली में व्याप्त अशुभ ग्रहों का प्रभाव भी समाप्त हो जाता है।
भगवान शिव की पूजा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। अगर आप भी कर्मफल दाता शनिदेव की कृपा पाना चाहते हैं, तो भाद्रपद अमावस्या के दिन शनिदेव की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय शनिदेव के नामों का जप करें।
शनिदेव के 108 नाम
- ऊँ शनैश्चराय नमः
- ऊँ शान्ताय नमः
- ऊँ सर्वाभीष्टप्रदायिने नमः
- ऊँ शरण्याय नमः
- ऊँ वरेण्याय नमः
- ऊँ सर्वेशाय नमः
- ऊँ सौम्याय नमः
- ऊँ सुरवन्द्याय नमः
- ऊँ सुरलोकविहारिणे नमः
- ऊँ सुखासनोपविष्टाय नमः
- ऊँ सुन्दराय नमः
- ऊँ घनाय नमः
- ऊँ घनरूपाय नमः
- ऊँ घनाभरणधारिणे नमः
- ऊँ घनसारविलेपाय नमः
- ऊँ खद्योताय नमः
- ऊँ मन्दाय नमः
- ऊँ मन्दचेष्टाय नमः
- ऊँ महनीयगुणात्मने नमः
- ऊँ मर्त्यपावनपदाय नमः
- ऊँ महेशाय नमः
- ऊँ छायापुत्राय नमः
- ऊँ शर्वाय नमः
- ऊँ शततूणीरधारिणे नमः
- ऊँ चरस्थिरस्वभा वाय नमः
- ऊँ अचञ्चलाय नमः
- ऊँ नीलवर्णाय नम:
- ऊँ नित्याय नमः
- ऊँ नीलाञ्जननिभाय नमः
- ऊँ नीलाम्बरविभूशणाय नमः
- ऊँ निश्चलाय नमः
- ऊँ वेद्याय नमः
- ऊँ विधिरूपाय नमः
- ऊँ विरोधाधारभूमये नमः
- ऊँ भेदास्पदस्वभावाय नमः
- ऊँ वज्रदेहाय नमः
- ऊँ वैराग्यदाय नमः
- ऊँ वीराय नमः
- ऊँ वीतरोगभयाय नमः
- ऊँ विपत्परम्परेशाय नमः
- ऊँ विश्ववन्द्याय नमः
- ऊँ गृध्नवाहाय नमः
- ऊँ गूढाय नमः
- ऊँ कूर्माङ्गाय नमः
- ऊँ कुरूपिणे नमः
- ऊँ कुत्सिताय नमः
- ऊँ गुणाढ्याय नमः
- ऊँ गोचराय नमः
- ऊँ अविद्यामूलनाशाय नमः
- ऊँ विद्याविद्यास्वरूपिणे नमः
- ऊँ आयुष्यकारणाय नमः
- ऊँ आपदुद्धर्त्रे नमः
- ऊँ विष्णुभक्ताय नमः
- ऊँ वशिने नमः
- ऊँ विविधागमवेदिने नमः
- ऊँ विधिस्तुत्याय नमः
- ऊँ वन्द्याय नमः
- ऊँ विरूपाक्षाय नमः
- ऊँ वरिष्ठाय नमः
- ऊँ गरिष्ठाय नमः
- ऊँ वज्राङ्कुशधराय नमः
- ऊँ वरदाभयहस्ताय नमः
- ऊँ वामनाय नमः
- ऊँ ज्येष्ठापत्नीसमेताय नमः
- ऊँ श्रेष्ठाय नमः
- ऊँ मितभाषिणे नमः
- ऊँ कष्टौघनाशकर्त्रे नमः
- ऊँ पुष्टिदाय नमः
- ऊँ स्तुत्याय नमः
- ऊँ स्तोत्रगम्याय नमः
- ऊँ भक्तिवश्याय नमः
- ऊँ भानवे नमः
- ऊँ भानुपुत्राय नमः
- ऊँ भव्याय नमः
- ऊँ पावनाय नमः
- ऊँ धनुर्मण्डलसंस्थाय नमः
- ऊँ धनदाय नमः
- ऊँ धनुष्मते नमः
- ऊँ तनुप्रकाशदेहाय नमः
- ऊँ तामसाय नमः
- ऊँ अशेषजनवन्द्याय नमः
- ऊँ विशेशफलदायिने नमः
- ऊँ वशीकृतजनेशाय नमः
- ऊँ पशूनां पतये नमः
- ऊँ खेचराय नमः
- ऊँ खगेशाय नमः
- ऊँ घननीलाम्बराय नमः
- ऊँ काठिन्यमानसाय नमः
- ऊँ आर्यगणस्तुत्याय नमः
- ऊँ नीलच्छत्राय नमः
- ऊँ नित्याय नमः
- ऊँ निर्गुणाय नमः
- ऊँ गुणात्मने नमः
- ऊँ निरामयाय नमः
- ऊँ निन्द्याय नमः
- ऊँ वन्दनीयाय नमः
- ऊँ धीराय नमः
- ऊँ दिव्यदेहाय नमः
- ऊँ दीनार्तिहरणाय नमः
- ऊँ दैन्यनाशकराय नमः
- ऊँ आर्यजनगण्याय नमः
- ऊँ क्रूराय नमः
- ऊँ क्रूरचेष्टाय नमः
- ऊँ कामक्रोधकराय नमः
- ऊँ कलत्रपुत्रशत्रुत्वकारणाय नमः
- ऊँ परिपोषितभक्ताय नमः
- ऊँ परभीतिहराय नमः
- ऊँ भक्तसंघमनोऽभीष्टफलदाय नमः
यह भी पढ़ें- Shani Amavasya 2025: शनि अमावस्या पर जरूर करें ये काम, दूर होगी पितरों की नाराजगी
यह भी पढ़ें- Shani Amavasya 2025: पितरों का तर्पण करते समय करें इस स्तोत्र का पाठ, पितृ दोष से मिलेगा छुटकारा
अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।