Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पूजा करते समय क्यों बजाई जाती है घंटी, जानिए इससे क्या होता है लाभ

    मान्यता है कि घंटी की ध्वनि देवताओं को प्रसन्न करती है और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है। यह वातावरण को सकारात्मक बनाती है और मन को शांत करती है जिससे पूजा में एकाग्रता बढ़ती है। स्कंद पुराण के अनुसार घंटी की ध्वनि ॐ के समान होती है जिससे पुण्य मिलता है।

    By Shashank Shekhar Bajpai Edited By: Shashank Shekhar Bajpai Updated: Wed, 30 Jul 2025 08:21 PM (IST)
    Hero Image
    स्कंद पुराण के अनुसार घंटी बजाने से ‘ॐ’ के समान ध्वनि निकलती है।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। पूजा करते समय घंटी बजाना महत्वपूर्ण धार्मिक प्रथा है। इसका गहरा महत्व है। घंटी की ध्वनि को शुभ माना जाता है और माना जाता है कि यह देवी-देवताओं को प्रसन्न करती है। इसके साथ ही यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है और वातावरण में मौजूद हानिकारक जीवाणुओं को नष्ट करने में मदद करती है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस वजह से घंटी की ध्वनि सकारात्मक वातावरण बनाने में मदद करती है। घंटी की ध्वनि को देवी-देवताओं को जागृत करने और उनका ध्यान आकर्षित करने का एक तरीका माना जाता है। इसके साथ ही पूजा में एकाग्रता बढ़ाने में मदद करती है। दरअसल, घंटी बजाने से मन शांत होता है। 

    स्कंद पुराण के अनुसार घंटी बजाने से ‘ॐ’ के समान ध्वनि निकलती है। इसलिए जब कोई मंदिर में घंटी बजाता है, तो उसको ‘ॐ’ के उच्चारण के समान पुण्य मिलता है। कहते हैं कि जब सृष्टि के सृजन के समय जो आवाज गूंजी थी वह घंटी की आवाज की तरह थी। घंटी की आवाज को उसी नाद का प्रतीक माना जाता है। 

    घंटी बजाने के नियम 

    मंदिर में प्रवेश करते समय घंटी बजाना शुभ माना जाता है। यह घंटी भगवान के सामने आपकी हाजिरी लगाने का एक तरीका भी है। साथ ही भगवान का ध्यान आपकी ओर आकर्षित हो, इस उद्देश्य को भी पूरा करती है। इसके बाद पूजा करने के दौरान घंटी बजानी चाहिए। रात में शयन आरती करने के बाद मंदिर में घंटी नहीं बजानी चाहिए। 

    यह भी पढ़ें- Raksha Bandhan 2025: रक्षाबंधन पर जानिए बहनें क्या करें, क्या न करें… भाई की होगी तरक्की, बहन से बढ़ेगा प्यार

    साउंड हीलिंग में भी होता है इस्तेमाल 

    दरअसल, घंटी की ध्वनि एक विशिष्ट आवृत्ति उत्पन्न करती है, जो शरीर और मन पर शांत प्रभाव डालती है। इसी वजह से साउंड हीलिंग में भी घंटी का इस्तेमाल किया जाता है। अलग-अलग आकार की घंटियों से अलग-अलग तरह की आवाज निकलती है, जो मस्तिष्क को राहत देती है। इसके अलावा घंटी को शुभता और समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है। 

    यह भी पढ़ें- कुत्ते, बिल्ली की देखभाल से राहु-केतु होंगे शांत… बाकी ग्रहों के लिए किस जानवर की करें देखभाल

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।