Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Aaj ka Panchang 10 September 2025: आज किया जाएगा तृतीया तिथि का श्राद्ध, पंचांग से जानें शुभ योग

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 09:09 AM (IST)

    Aaj ka Panchang 10 सितंबर 2025 के अनुसार आज विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी मनाई जा रही है। इस दिन भगवान गणेश की विशेष पूजा-अर्चना करने का विधान है। धार्मिक मान्यता के अनुसार चतुर्थी तिथि पर गणपति बप्पा की उपासना करने से सभी बाधाएं दूर होती हैं। ऐसे में आइए एस्ट्रोलॉजर आनंद सागर पाठक से जानते हैं आज का पंचांग।

    Hero Image
    Aaj ka Panchang 10 September 2025: आज का का पंचांग

    आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। आज यानी 10 सितंबर को आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है। इस तिथि पर तृतीया तिथि का श्राद्ध किया जाएगा। साथ ही आज विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार, पितृ पक्ष में पितरों का श्राद्ध करने से पूर्वज प्रसन्न होते हैं। इस तिथि पर मंगलकारी योग भी बन रहे हैं। ऐसे में आइए जानते हैं आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 10 September 2025) के बारे में।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    तिथि: कृष्ण तृतीया

    मास पूर्णिमांत: अश्विन

    दिन: बुधवार

    संवत्: 2082

    तिथि:तृतीया दोपहर 03 बजकर 37 मिनट तक

    योग: वृद्धि रात्रि 08 बजकर 31 मिनट तक

    करण: विष्टी 03 बजकर 37 मिनट तक

    करण: 11 सितंबर को बव 02 बजकर 11 मिनट तक

    सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

    सूर्योदय: सुबह 06 बजकर 04 मिनट पर

    सूर्यास्त: शाम 06 बजकर 32 मिनट पर

    चंद्रमा का उदय: शाम 08 बजकर 06 मिनट पर

    चन्द्रास्त: 11 सितंबर को रात 08 बजकर 35 मिनट पर

    सूर्य राशि: सिंह

    चंद्र राशि: मीन

    पक्ष: कृष्ण

    शुभ समय अवधि

    अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 53 मिनट से 12 बजकर 43 मिनट तक

    अमृत काल: दोपहर 01 बजकर 51 मिनट से दोपहर 03 बजकर 19 मिनट तक

    अशुभ समय अवधि

    राहुकाल: दोपहर 12 बजकर 18 मिनट से 01 बजकर 51 मिनट तक

    गुलिकाल: दोपहर 10 बजकर 44 मिनट से 12 बजकर 18 मिनट तक

    यमगण्ड: प्रातः 07 बजकर 37 मिनट से 09 बजकर 11 मिनट तक

    आज चंद्रदेव रेवती नक्षत्र में रहेंगे…

    रेवती नक्षत्र- सांय 04 बजकर 03 मिनट तक

    सामान्य विशेषताएं: चतुर, ईमानदार, अध्ययनशील, लचीला, आकर्षक व्यक्तित्व, कूटनीतिज्ञ, चंचल मन, सुंदर, ऐश्वर्यवान, सफल, बुद्धिमान, नैतिक, समृद्ध और विपरीत लिंग के प्रति आकर्षण

    नक्षत्र स्वामी: बुध

    राशि स्वामी: बृहस्पति

    देवता: पूसन (पोषणकर्ता)

    प्रतीक: मछली

    यह भी पढ़ें- Pitru Paksha 2025: पितृपक्ष में क्यों जरूरी है पितरों का श्राद्ध? यहां मिलेगा जवाब

    यह भी पढ़ें- Pitru Paksha 2025: पितरों का तर्पण करते समय करें इस चालीसा का पाठ, पितृ ऋण से मिलेगी मुक्ति

    यह दैनिक पंचांग Astropatri.com के सौजन्य से प्रस्तुत है. सुझाव व प्रतिक्रियाओं के लिए hello@astropatri.com पर ईमेल करें।