Aaj ka Panchang 14 October 2025: मंगलवार के दिन बन रहे कई मंगलकारी योग, पढ़ें शुभ मुहूर्त और राहुकाल समय
Aaj ka Panchang 14 अक्टूबर 2025 के अनुसार, आज यानी 14 अक्टूबर को हनुमान जी की पूजा-अर्चना की जा रही है। यह दिन हनुमान जी को समर्पित है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, मंगवलार व्रत करने से साधक को प्रभु की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। ऐसे में आइए एस्ट्रोलॉजर आनंद सागर पाठक से जानते हैं आज का पंचांग।

Aaj ka Panchang 14 October 2025: आज का पंचांग
आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। आज यानी 14 अक्टूबर को कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि और दिन मंगलवार है। सनातन धर्म में मंगलवार का दिन हनुमान जी की पूजा करने के लिए शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन बजरंगबली की पूजा करने से सभी संकट दूर होते हैं। साथ ही सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। इस दिन कई योग भी बन रहे हैं। ऐसे में आइए जानते हैं आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 14 October 2025) के बारे में।
तिथि: कृष्ण अष्टमी
मास पूर्णिमांत: कार्तिक
दिन: मंगलवार
संवत्: 2082
तिथि: कृष्ण अष्टमी प्रात: 11 बजकर 09 मिनट तक
योग : 15 अक्टूबर को सिद्ध प्रातः 04 बजकर 11 मिनट तक
करण : कौलव प्रात: 11 बजकर 09 मिनट तक
करण : तैतिल रात्रि 10 बजकर 46 मिनट तक
सूर्योद और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय: प्रातः 06 बजकर 21 मिनट पर
सूर्यास्त: सायं 05 बजकर 52 मिनट पर
चंद्रमा का उदय: 15 अक्टूबर को रात 12 बजकर 25 मिनट पर
चन्द्रास्त: प्रातः 01 बजकर 52 मिनट पर
सूर्य राशि: कन्या
चंद्र राशि: कर्क
पक्ष: कृष्ण
शुभ समय अवधि
अभिजीत मुहूर्त: प्रातः 11 बजकर 44 बजे से 12 बजकर 30 मिनट तक
अमृत काल: प्रातः 05 बजकर 34 बजे से 07 बजक 10 मिनट तक
अमृत काल: प्रातः 09 बजकर33 बजे से 11 बजकर 07 मिनट बजे तक
अशुभ समय अवधि
राहुकाल : प्रातः 07 बजकर 47 मिनट से 09 बजकर 14 मिनट तक
गुलिकाल : दोपहर 01 बजकर 34 मिनट से 03 मिनट तक
यमगण्ड : प्रातः 10 बजकर 40 मिनट से 12 बजकर 07 मिनट तक
आज का नक्षत्र
आज चंद्रदेव पुनर्वसु नक्षत्र में रहेंगे…
पुनर्वसु नक्षत्र- प्रात: 11 बजकर 54 मिनट तक
सामान्य विशेषताएं: ज्ञानवान, आशावादी, आत्मविश्वासी, आकर्षक, आध्यात्मिक, धार्मिक, संवाद में कुशल, बुद्धिमान, संतुलित, कल्पनाशील, दयालु और करुणामयी।
नक्षत्र स्वामी: बृहस्पति देव
राशि स्वामी: बुध देव और चंद्र देव
देवी: अदिति
प्रतीक: धनुष और तरकश
हनुमान जी के मंत्र
1. अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहम्
दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम् ।
सकलगुणनिधानं वानराणामधीशम्
रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।।
2. ॐ ऐं ह्रीं हनुमते श्री रामदूताय नमः
3. ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय विश्वरूपाय अमितविक्रमाय
यह भी पढ़ें- इस Diwali और Dhanteras पर जरूर करें इन चीजों का दान, धन-धान्य से भरा रहेगा घर
यह भी पढ़ें- Diwali 2025: गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति खरीदते समय इन 10 बातों का रखें विशेष ध्यान, इन नियमों का करें पालन
यह दैनिक पंचांग Astropatri.com के सौजन्य से प्रस्तुत है. सुझाव व प्रतिक्रियाओं के लिए hello@astropatri.com पर ईमेल करें।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।