Lunar Eclipse 2025: सावधान! इस तारीख को लगेगा साल का दूसरा चंद्र ग्रहण, नोट करें सूतक का सही समय
ज्योतिषियों की मानें तो चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2025) के दौरान खाने-पीने से परहेज करना चाहिए। इसके साथ ही देवी-देवताओं की प्रतिमा को स्पर्श नहीं करना चाहिए। सूतक प्रारंभ होने से लेकर ग्रहण समाप्त होने तक भगवान शिव और विष्णु की उपासना करें। वहीं ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान-ध्यान कर भगवान विष्णु की पूजा करें।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Chandra Grahan 2025 Date: सनातन धर्म में ग्रहण का खास महत्व है। अमावस्या तिथि पर सूर्य ग्रहण लगता है। वहीं, पूर्णिमा तिथि पर चंद्र ग्रहण लगता है। ग्रहण के दौरान राहु का प्रभाव पृथ्वी पर बहुत बढ़ जाता है। इसके लिए सूतक से लेकर ग्रहण समाप्त होने तक शुभ काम करने की मनाही होती है। लेकिन क्या आपको पता है कि साल का दूसरा चंद्र ग्रहण कब लगने वाला है? आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
कब लगता है चंद्र ग्रहण?
वैदिक जानकारों की मानें तो पूर्णिमा तिथि पर चंद्र ग्रहण लगता है। इस साल 14 मार्च को पहला चंद्र ग्रहण पड़ा था। वहीं, साल का दूसरा चंद्र ग्रहण भाद्रपद पूर्णिमा के दिन लगेगा। यह भारत में दिखाई देगा। इसके लिए सूतक भी मान्य होगा।
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सूतक
चंद्र ग्रहण के दिन सूतक 09 घंटे का होता है और सूतक 09 घंटे पूर्व शुरू हो जाता है। वहीं, सूर्य ग्रहण के दिन सूतक 12 घंटे का होता है। आसान शब्दों में कहें तो सूर्य ग्रहण के दिन सूतक चार प्रहर का होता है। वहीं, चंद्र ग्रहण के दिन सूतक तीन प्रहर का होता है। इसके लिए भाद्रपद पूर्णिमा पर 09 घंटे का सूतक रहेगा। भाद्रपद पूर्णिमा के दिन सूतक दोपहर में शुरू होगा।
कब लगेगा चंद्र ग्रहण?
वैदिक पंचांग के अनुसार, 07 सितंबर को भाद्रपद पूर्णिमा है। भाद्रपद पूर्णिमा 07 सितंबर को देर रात 01 बजकर 41 मिनट से लेकर 07 सिंतबर को देर रात 11 बजकर 38 मिनट तक है। 07 सितंबर को रात 09 बजकर 58 मिनट से साल का दूसरा चंद्र ग्रहण शुरू होगा। वहीं, देर रात 01 बजकर 26 मिनट पर चंद्र ग्रहण समाप्त होगा। इस समय सूतक भी खत्म होगा।
पंचांग
- सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 21 मिनट पर
- सूर्यास्त - शाम 05 बजकर 48 मिनट पर
- चंद्रोदय- शाम 05 बजकर 36 मिनट पर
- चंद्रास्त नहीं होगा
- ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 03 बजकर 49 मिनट से 04 बजकर 35 मिनट तक
- विजय मुहूर्त - दोपहर 01 बजकर 39 मिनट से 02 बजकर 29 मिनट तक
- गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 48 मिनट से 06 बजकर 11 मिनट तक
- निशिता मुहूर्त - रात 11 बजकर 11 मिनट से 11 बजकर 58 मिनट तक
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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