Mokshada Ekadashi 2025: मोक्षदा एकादशी के दिन शिवलिंग पर चढ़ाएं ये चीजें, मिलेगा सुख-शांति का आशीर्वाद
मार्गशीर्ष माह में आने वाली मोक्षदा एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित है, इसी दिन भगवान कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। इस दिन शिवलिंग (Offer These 5 Auspicious Things To Shivling) पर कुछ खास चीजें चढ़ाने से भगवान शिव और विष्णु दोनों की कृपा प्राप्त होती है। इस साल मोक्षदा एकादशी 1 दिसंबर 2025 को मनाई जाएगी।

Mokshada Ekadashi 2025: मोक्षदा एकादशी के दिन ऐसे करें शिवलिंग पूजा।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। मार्गशीर्ष महीने में आने वाली एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहा जाता है। यह तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है और इसी दिन भगवान कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। एकादशी का व्रत मुख्य रूप से नारायण की पूजा के लिए समर्पित है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन शिवलिंग पर जलाभिषेक करने और कुछ विशेष चीजें अर्पित करने से भगवान शिव और विष्णु दोनों की कृपा एक साथ प्राप्त होती है। इस साल मोक्षदा एकादशी (Mokshada Ekadashi 2025) का व्रत 1 दिसंबर 2025 को रखा जाएगा। आइए यहां जानते हैं कि इस दिन शिवलिंग पर क्या चढ़ाना शुभ माना जाता है।
शिवलिंग पर चढ़ाएं ये 5 शुभ चीजें (Offer These 5 Auspicious Things To Shivling)
-1763266184407.jpg)
गंगाजल या शुद्ध जल
एकादशी के दिन सबसे पहले शिवलिंग पर गंगाजल या शुद्ध जल से अभिषेक करें। जलाभिषेक के दौरान 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करते रहें। ऐसा करने से मन शांत होता है और सभी दुख दूर होते हैं।
बिल्व पत्र
भगवान शिव को बिल्व पत्र बहुत प्रिय है। इस दिन शिवलिंग पर तीन पत्तों वाला बिल्व पत्र जरूर चढ़ाएं। बिल्व पत्र चढ़ाते समय शिव जी का ध्यान करें। इस उपाय को करने से आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
अक्षत
मोक्षदा एकादशी के दिन सफेद चावल शिवलिंग पर अर्पित करने से धन और अन्न की कभी कमी नहीं होती है। ध्यान रहे कि चावल टूटे हुए नहीं होने चाहिए, क्योंकि खंडित चावल पूजा में अशुभ माने जाते हैं।
शहद या गन्ना रस
मोक्षदा एकादशी पर शिवलिंग का अभिषेक शहद या गन्ने के रस से करने से भगवान शिव जल्द प्रसन्न होते हैं। कहा जाता है कि इस उपाय को करने से दांपत्य जीवन में मधुरता आती है और रोगों से मुक्ति मिलती है।
शमी पत्र
अगर आपकी कुंडली में शनि दोष है या लगातार कामों में रुकावट आ रही है, तो मोक्षदा एकादशी के दिन शिवलिंग पर शमी के पत्ते अवश्य चढ़ाएं। ऐसा करने से शनि देव और भगवान शिव दोनों की कृपा मिलती है।
पूजा के लाभ
मोक्षदा एकादशी पर भगवान विष्णु के साथ-साथ शिवलिंग की पूजा करने से भक्त को मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही घर में स्थायी सुख, शांति और समृद्धि का वास होता है।
यह भी पढ़ें- Mokshada Ekadashi 2025: मोक्षदा एकादशी पर करें ये एक काम, दूर होगी घर की दरिद्रता
यह भी पढ़ें- Mokshada Ekadashi 2025 Date: कब और क्यों मनाई जाती है मोक्षदा एकादशी? यहां नोट करें तिथि और शुभ मुहूर्त
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।