Guru Gochar 2025: बुधवार से इन राशियों के शुरू होंगे अच्छे दिन, पूरे होंगे सारे सपने
ज्योतिषीय गणना के अनुसार 14 मई को देवताओं के गुरु बृहस्पति देव (Guru Gochar 2025) राशि परिवर्तन करेंगे। बृहस्पति देव मिथुन राशि में गोचर करेंगे। इस राशि में देवगुरु बृहस्पति देव 18 अक्टूबर तक रहेंगे। इसके बाद कर्क राशि में गोचर करेंगे। कर्क राशि में बृहस्पति देव उच्च के होते हैं।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, बुधवार 14 मई को ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है। बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। इसके लिए बुधवार के दिन गणपति बप्पा की पूजा की जाती है। भगवान गणेश की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है।
ज्योतिषियों की मानें तो 14 मई को देवगुरु बृहस्पति राशि परिवर्तन करेंगे। इस शुभ तिथि पर बृहस्पति देव वृषभ से निकलकर मिथुन राशि में गोचर करेंगे। वहीं, चंद्रमा पूर्व से वृश्चिक राशि में विराजमान हैं। गुरु के राशि परिवर्तन और चंद्रमा की युति से दो राशि के जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
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तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए दिन बेहद शुभ रहने वाला है। कारोबार संबंधी हर परेशानी दूर होगी। साथ ही बिजनेस में भी लाभ दिख सकता है। तनाव से मुक्ति मिलेगी। अटके काम पूरे हो जाएंगे। मेहमानों के आगमन से चहल-पहल बढ़ जाएगी। जॉब से जुड़े लोगों को सैलरी के लिए गुड न्यूज मिल सकती है। धार्मिक यात्रा के योग हैं। ससुराल से लाभ मिलेगा। आर्थिक तंगी भी दूर होगी। परिवार में खुशियों का माहौल रहेगा। सोमवार और शुक्रवार के दिन सफेद चीजों का दान करें। साथ ही भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करें।
मकर राशि
गुरु के राशि परिवर्तन और चंद्र की वर्तमान स्थिति से मकर राशि के जातक भी लाभान्वित हो सकते हैं। इस राशि के जातकों पर मंगल देव की असीम कृपा बरसती है। इसके लिए करियर और कारोबार में बदलाव देखने को मिल सकता है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। आय में बढ़ोतरी होगी। धन बचत करने में सफल होंगे। भूमि और भवन की खरीदारी कर सकते हैं। घर पर शुभ काम का आयोजन होगा। किसी माध्यम से धन लाभ हो सकता है। धन-संपत्ति में वृद्धि हो सकती है। इस राशि के जातक सोमवार और शनिवार के दिन देवों के देव महादेव की पूजा करें। साथ ही गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक करें।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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