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    Paush Purnima 2025: पौष पूर्णिमा पर बन रहा है ये शुभ संयोग, इस मुहूर्त में करें स्नान और दान

    Updated: Sun, 12 Jan 2025 11:16 AM (IST)

    पौष पूर्णिमा का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। पंचांग के अनुसार इस साल पौष पूर्णिमा (Paush Purnima 2025) 13 जनवरी 2025 यानी कल मनाई जाएगी। ऐसा माना जाता है कि इस दिन गंगा स्नान और दान करने से जीवन में खुशहाली आती है और सभी कष्टों का अंत होता है तो आइए इस दिन से जुड़ी कुछ बातों को जानते हैं।

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    Paush Purnima 2025: पौष पूर्णिमा पर इस खास समय करें स्नान-दान।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। पौष पूर्णिमा का दिन बहुत ही पावन माना जाता है। इस दिन किए गए धार्मिक कार्यों से देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। पौष, हिंदू कैलेंडर का दसवां महीना है। यही वजह है कि इस दौरान पड़ने वाली पूर्णिमा का बड़ा महत्व है। कहते हैं कि इस दिन गंगा स्नान और दान-पुण्य करना बहुत ही पुण्यदायी माना जाता है। इससे सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। ऐसे में जब पौष पूर्णिमा आने वाली है, तो चलिए इस दिन (Paush Purnima 2025) से जुड़ी कुछ प्रमुख बातों को जानते हैं, जो इस प्रकार हैं।

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    पौष पूर्णिमा कब है? (Paush Purnima 2025 Shubh Muhurat)

    हिंदू पंचांग के अनुसार, पौष पूर्णिमा तिथि 13 जनवरी को दोपहर 05 बजकर 03 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 14 जनवरी को रात्रि को 03 बजकर 56 मिनट पर होगा। उदया तिथि को देखते हुए पौष पूर्णिमा 13 जनवरी (Paush Purnima 2025 Shubh Muhurat) को मनाई जाएगी। साथ ही इसी दिन से महाकुंभ की पावन शुरुआत भी हो रही है।

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    पौष पूर्णिमा 2025 स्नान-दान समय (Paush Purnima 2025 Snan-Daan Muhurat)

    पूर्णिमा के दिन कभी भी स्नान-दान कर सकते हैं, लेकिन ब्रह्म मुहूर्त को सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है। इस मौके पर ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5 बजकर 27 मिनट से 6 बजकर 21 मिनट तक रहेगा। इसके साथ ही अभिजित मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 09 मिनट से 12 बजकर 51 मिनट तक रहेगा।

    फिर विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 15 मिनट से 02 बजकर 57 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा रवि योग सुबह 07 बजकर 15 मिनट से 10 बजकर 38 मिनट तक रहेगा। इस दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य किए जा सकते हैं।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।