Pitru Paksha 2025: पितृ पक्ष के दौरान घर में अचानक पीपल का उगना देता है ये संकेत, न करें नजरअंदाज
हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ का बहुत महत्व है। मान्यता है कि इसमें त्रिदेव और पितरों का वास होता है। ऐसे में पितृपक्ष में इसका महत्व और भी पढ़ जाता है। ऐसे में अगर पितृपक्ष के दौरान आपके घर में अचानक से पीपल का पौधा उग आया है तो इसे नजरअंदाज बिल्कुल भी न करें।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। इस साल पितृपक्ष की शुरुआत 7 सितंबर से हो चुकी है, जो 21 सिंतबर तक चलने वाले हैं। पितृपक्ष में पीपल के पेड़ की पूजा करना भी पितरों की कृपा प्राप्ति का एक उपाय बताए बताया गया है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि अगर आपके घर में अचानक से पीपल का पौधा उग आया है, तो आपको क्या करना चाहिए। ताकि आप दोष से बचे रहें।
मिल सकते हैं ये संकेत
अगर आपकी घर की दीवार में अचानक से पीपल उग जाता है, तो इसे एक अशुभ संकेत के रूप में देखा जाता है। वास्तु शास्त्र में इसे वास्तु दोष के संकेत के रूप में देखा जाता है। इससे नकारात्मकता उत्पन्न होती है और घर की नींव भी कमजोर हो सकती है।
इसके साथ ही अचानक से पीपल का उग जाना पूर्वजों की नाराजगी की ओर भी संकेत करता है। इससे आपको पारिवारिक कलह और स्वास्थ्य समस्याओं आदि का सामना करना पड़ सकता है।
कर सकते हैं ये काम
अगर आपके घर में भी पीपल का पौधा उग आया है, तो इसे उखाड़कर फेंकने की गलती न करें, वरना आपको दोष का सामना करना पड़ सकता है। इसके लिए सबसे पहले पीपल की पूजा-अर्चना करें और इसके बाद क्षमा प्रार्थना करें। अब इस पौधे को मिट्टी सहित खोदकर किसी मंदिर, या खुले स्थान पर रोप दें। आप पीपल के पौधे को पूर्णिमा, अमावस्या या रविवार के दिन हटा सकते हैं।
(Picture Credit: Freepik) (AI Image)
करें ये उपाय
पितरों की कृपा प्राप्ति के लिए पितृपक्ष में पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जरूर जलाएं। खासकर पितृपक्ष के आखिरी दिन यानी सर्वपितृ अमावस्या की रात को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। इसके साथ ही पीपल के पेड़ के नीचे तर्पण और पिंडदान करने से भी आपको लाभ देखने को मिल सकता है।
यह भी पढ़ें - Pitru Paksha 2025: पितरों का तर्पण करते समय करें इस चालीसा का पाठ, पितृ ऋण से मिलेगी मुक्ति
यह भी पढ़ें - Pitru Paksha 2025: श्राद्ध पक्ष के दौरान करें भगवान शिव के नामों का मंत्र जप, बन जाएंगे सारे बिगड़े काम
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।