Sawan 2025: पुण्य कमाने का एक श्रेष्ठ अवसर है सावन, अपनी भक्ति से करें भोलेनाथ को प्रसन्न
सावन का पवित्र महीना चल रहा है जो भोलेनाथ की आराधना करने के लिए विशेष माना गया है। माना जाता है कि श्रद्धापूर्वक सावन सोमवार का व्रत करने से साधक को महादेव की असीम कृपा की प्राप्ति होती है। यह माह केवल धार्मिक दृष्टि से ही महत्व नहीं रखता बल्कि इसके और भी कई कारण हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं सावन की महीमा।
स्वामी रामेश्वर गिरि महंत, श्री सोमेश्वर महादेव मंदिर, ऋषिकेश। सावन सनातनी परंपरा में सा विशेष महत्व रखता है। यह महीना भगवान शिव की भक्ति को समर्पित है। यह समय वर्षाऋतु का होता है, जब प्रकृति अपने पूर्ण सौंदर्य में होती है। हरियाली, शीतल वातावरण और शुद्ध हवा मानव मन को आनंदित करती है। इस माह में श्रद्धालु शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, धतूरा, दूध आदि अर्पित कर उनका पूजन करते हैं।
सोमवार व्रत का महत्व
सोमवार का व्रत विशेष रूप से फलदायी माना जाता है। मान्यता है कि सावन में भगवान शिव की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। सावन पुण्य कमाने का एक श्रेष्ठ अवसर है। इस महीने किया गया दान सौगुना फल देने वाला माना गया है।
सावन में दान का महत्व
शिवपुराण एवं स्कंदपुराण में उल्लेख है कि सावन में अन्नदान से समस्त पापों का नाश होता है और शिवकृपा प्राप्त होती है। मान्यता है कि सावन में दिया गया दान सीधे शिव का केवल सांसारिक कष्टों से मुक्ति दिलाता है, बल्कि मोक्ष का मार्ग भी प्रशस्त करता है।
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महिलाओं के लिए खास है सावन
सावन में धार्मिक आयोजन, भजन-कीर्तन और मेलों का आयोजन होता है। यह परंपरा सामाजिक एकता और धार्मिक आस्था को प्रबल करती है। सावन का महीना महिलाओं के लिए भी खास होता है। वे हरी चूड़ियां पहनती हैं, हाथों में मेंहदी लगाती हैं और तीज-रक्षाबंधन जैसे त्योहार मनाती हैं।
यह समय प्रेम, सौंदर्य और उत्सव का प्रतीक बन जाता है। इस प्रकार सावन का महीना न केवल धार्मिक रूप से बल्कि सांस्कृतिक और प्राकृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह महीना आत्मिक शांति, श्रद्धा और प्रकृति के प्रति प्रेम का संदेश देता है।
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