क्या टेम्पर्ड ग्लास से भी जल्दी खत्म होती है फोन की बैटरी? ज्यादातर लोग नहीं जानते सच
टेक्नोलॉजी में बदलाव के साथ लेमिनेशन की जगह टेम्पर्ड ग्लास ने ले ली है खासकर प्राइवेसी टेम्पर्ड ग्लास। कुछ यूजर्स ने शिकायत की है कि इससे बैटरी जल्दी खत्म होती है। प्राइवेसी टेम्पर्ड ग्लास लाइट ब्लॉक करता है जिससे ब्राइटनेस बढ़ानी पड़ती है और बैटरी की खपत ज्यादा होती है। बैटरी टेस्ट में यह देखा गया है कि प्राइवेसी टेम्पर्ड ग्लास से बैटरी 15% तक तेज़ी से खत्म होती है।

टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। कुछ साल पहले तक ज्यादातर लोग अपने फोन की स्क्रीन को प्रोटेक्ट करने के लिए लेमिनेशन का इस्तेमाल करते थे, लेकिन बदलते वक्त के साथ ज्यादातर यूजर टेम्पर्ड ग्लास पर शिफ्ट हो गए। इसका कारण सीधा-सा था, क्योंकि टेम्पर्ड ग्लास न सिर्फ फोन की स्क्रीन को स्क्रैच से बचाता है बल्कि इसकी टच को भी सेफ रखता है, लेकिन वक्त के साथ मार्केट में कई तरह के टेम्पर्ड ग्लास भी आये जिसमें प्राइवेसी वाला टेम्पर्ड ग्लास सबसे ज्यादा पॉपुलर हुआ।
हालांकि इस टेम्पर्ड ग्लास को लगाने के बाद बहुत से यूजर्स ने बताया कि अब उनके फोन की बैटरी तेजी से डिस्चार्ज हो रही है। क्या सच में टेम्पर्ड ग्लास की वजह से ऐसा भी हो सकता है? अगर आपके मन में भी ये सवाल है तो इसका सीधा जवाब हां है। चलिए जानते हैं कैसे एक टेम्पर्ड ग्लास से भी जल्दी खत्म हो सकती है फोन की बैटरी...
क्यों टेम्पर्ड ग्लास से जल्दी खत्म होती है बैटरी
एक बैटरी टेस्ट के दौरान यह देखा गया है कि जो लोग प्राइवेसी टेम्पर्ड ग्लास लगा कर फोन का इस्तेमाल करते हैं उनके फोन की बैटरी 15% तक ज्यादा तेजी से ड्रेन होती है। दरअसल, ये वाले टेम्पर्ड ग्लास थोड़ी बहुत लाइट को भी ब्लॉक कर देते हैं, जिससे स्क्रीन की ब्राइटनेस ज्यादा होने पर भी कम लगती है। प्राइवेसी को बनाने के लिए इस तरह के टेम्पर्ड ग्लास में एक खास लेयर जुडी होती है, जो सिर्फ सामने से डिस्प्ले को क्लियर दिखने देती है और साइड से स्क्रीन ब्लैक नजर आती है।
इसी कारण यूजर को डिस्प्ले को ज्यादा ब्राइटनेस पर यूज करना पड़ता है और लगातार ज्यादा ब्राइटनेस का मतलब है ज्यादा बैटरी खपत होना। ऐसे में अगर आप लंबे टाइम तक प्राइवेसी टेम्पर्ड ग्लास का इस्तेमाल करते हैं तो यह बैटरी की हेल्थ पर भी असर डाल सकता है। हालांकि अगर आप एक नॉर्मल अच्छी क्वालिटी का टेम्पर्ड ग्लास यूज करते हैं तो इससे बैटरी पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा और फोन भी सेफ रहेगा।
ये वाले टेम्पर्ड ग्लास भी न करें इस्तेमाल
प्राइवेसी टेम्पर्ड ग्लास के अलावा UV टेम्पर्ड ग्लास भी न इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इन टेम्पर्ड ग्लास को अप्लाई करने के लिए जो यूवी गोंद यूज की जाती है उससे फोन की टच स्क्रीन, स्पीकर, बटन और वाटर रेजिस्टेंस को खतरा रहता है। कई मामलों में तो इस तरह के टेम्पर्ड ग्लास की वजह से फोन की टच स्क्रीन खराब हो गई है। कुछ बड़ी स्मार्टफोन कंपनियां भी यूजर्स को इन्हें लगाने से मना करती हैं।
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