काम की बात: अगर बारिश में भीग जाए फोन... तो घबराएं नहीं, तुरंत अपनाएं ये तरीके
फोन पानी में गिर जाए या बारिश में भीग जाए तो घबराएं नहीं। सही टाइम पर सही स्टेप्स लेकर आप अपने स्मार्टफोन को बचा सकते हैं। पानी में डूबा फोन देखर आप जरूर परेशान हो सकेत हैं। लेकिन पावर ऑफ करना सुखाना और पेशेंस रखना- यही तीन चीजें इसे दोबारा काम करने लायक बना सकती हैं। नीचे दिए गए टिप्स आपके फोन को रिवाइव कर सकते हैं।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। बारिश के मौसम में स्मार्टफोन का भीग जाना बहुत आम है। कभी-कभी फोन बाथरूम में पानी में गिरने या फोन पर कोल्ड ड्रिंक या चाय गिरने से भी ये भीग सकता है। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। जल्दी और सही तरीके से एक्शन लेने पर आपका डिवाइस बच सकता है। आइए जानते हैं कि आपका फोन अगर भीग जाए तो आपको क्या-क्या करना होगा।
फोन करें बंद
सबसे पहला काम है फोन को तुरंत बंद करना। ये चेक करने की कोशिश बिल्कुल न करें कि फोन अभी भी चल रहा है या नहीं, वरना शॉर्ट सर्किट हो सकता है और परमानेंट डैमेज हो सकता है। अगर फोन ऑन है, तो पावर बटन को दबाकर रखें जब तक वो पूरी तरह बंद न हो जाए।
हटाने लायक पार्ट्स निकालें
अब सारे हटाने लायक पार्ट्स को निकालें। इसमें SIM कार्ड, microSD कार्ड और अगर बैटरी रिमूवेबल है तो उसे भी निकालें। इससे अंदर हवा जाने की जगह मिलती है और शॉर्ट सर्किट का खतरा कम हो जाता है। अगर फोन में कवर लगा है तो उसे भी हटा दें।
फोन को सुखाएं
अब फोन की बाहरी सतह को धीरे से सुखाएं। कोई साफ और लिंट-फ्री कपड़ा या पेपर टॉवल यूज करें ताकि फोन के ऊपर का पानी पोंछा जा सके। अच्छे से साफ करें लेकिन फोन को झटका देने या हिलाने से बचें क्योंकि इससे पानी अंदर और फैल सकता है। हेयर ड्रायर, अवन या माइक्रोवेव का यूज बिल्कुल न करें- इनसे इंटरनल पार्ट्स खराब हो सकते हैं।
न अपनाएं चावल वाला ट्रिक
सबसे जरूरी स्टेप है अंदरूनी हिस्सा सुखाना। पॉपुलर 'चावल वाला ट्रिक' बहुत सुना जाता है, लेकिन ये सबसे असरदार नहीं है। चावल थोड़ी नमी सोख सकता है लेकिन उसका स्टार्च पोर्ट्स में चला जाए तो डैमेज कर सकता है। इससे बेहतर तरीका है सिलिका जेल पैकेट्स। ये छोटे पैकेट्स जो अक्सर नए शूज या इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स के साथ आते हैं, नमी को खींचने के लिए बनाए जाते हैं। अपने फोन को सिलिका पैकेट्स के साथ किसी एयरटाइट कंटेनर या Ziploc बैग में रख दें।
अगर आपके पास सिलिका जेल नहीं है तो फोन को किसी ऐसे वेंटिलेटेड एरिया में रखें जहां हवा का फ्लो अच्छा हो। आप चाहें तो पंखे के सामने भी रख सकते हैं लेकिन डायरेक्ट हीट से बचें। फोन को ऐसे पोजिशन में रखें जिससे पानी पोर्ट्स से बाहर निकल सके।
48 से 72 घंटे तक फोन को छोड़ें
फोन को कम से कम 48 से 72 घंटे तक सूखने के लिए छोड़ दें। पेशेंस यहां सबसे जरूरी है। अगर आप जल्दी से ऑन करने की कोशिश करेंगे तो परमानेंट डैमेज का रिस्क बढ़ जाएगा। इस दौरान बार-बार चेक करने की कोशिश न करें।
फोन को करें ऑन
लंबे ड्राइंग पीरियड के बाद फोन को ऑन करने की कोशिश करें। अगर वो ऑन नहीं होता, तो थोड़ी देर चार्जर से कनेक्ट करें। अगर तब भी चालू न हो या कोई अजीब बिहेवियर दिखे (जैसे स्क्रीन का झपकना या आवाज में दिक्कत), तो प्रोफेशनल हेल्प लें। किसी भरोसेमंद रिपेयर शॉप पर फोन ले जाएं जहां स्पेशल इक्विपमेंट से फोन को अच्छे से सुखाया जा सकता है और डैमेज्ड पार्ट्स चेक किए जा सकते हैं।
प्रिवेंशन होता है बेहतर
याद रखें, प्रिवेंशन हमेशा बेहतर होता है। अगर आप अक्सर पानी के आसपास फोन यूज़ करते हैं, तो वाटरप्रूफ केस का इस्तेमाल जरूर करें। लेकिन अगर कभी ऐसा हादसा हो जाए, तो सही और टाइमली एक्शन बहुत कुछ बचा सकता है।
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