250 करोड़ Gmail यूजर्स का Data Leak, आपका कौन-सा डेटा हुआ लीक कैसे करें पता?
Gmail के 250 करोड़ यूजर्स का डेटा ऑनलाइन लीक हो गया है। सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार यह गूगल के डेटाबेस से अब तक का सबसे बड़ा डेटा लीक है जिससे करोड़ों उपयोगकर्ताओं का डेटा खतरे में है। जीमेल का यह डेटा सेल्सफोर्स के क्लाउड प्लेटफॉर्म से लीक हुआ है। विशेषज्ञों ने जीमेल यूजर्स तुरंत अपने पासवर्ड बदलने की सलाह दी है।

टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। गूगल की ई-मेल सर्विस Gmail के 250 करोड़ यूजर्स का डेटा ऑनलाइन लीक हो गया है। सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह गूगल के डेटाबेस से हुआ अब तक का सबसे बड़ा डेटा लीक है, जिसकी वजह से करोड़ों यूजर्स का डेटा हैकर्स के हाथ लग गया है। एक्सपर्ट्स ने जीमेल यूजर्स को तुरंत पासवर्ड बदलने की सलाह दी है।
जीमेल का यह डेटा सेल्सफोर्स के क्लाउड प्लेटफॉर्म से लीक हुआ है। यह कंपनी जीमेल का डेटा मैनेज करती है। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि जीमेल के लीक डेटा का एक्सेस ShinyHunters नाम के हैकर ग्रुप के पास है।
जीमेल के डेटाबेस का सबसे बड़ा डेटालीक
रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि जीमेल का डेटा मैनेज करने वाली कंपनी सेल्फोर्स के क्लाउड स्टोरेज में यह अटैक बीते माह जून में हुआ था। गूगल थ्रेट इंटेलिजेंस ग्रुप (GTIG) ने इस लीक को लेकर जानकारी दी है कि हैकर्स न सेल्फोर्स के आईटी स्टाफ को कॉल करते हुए खुद को गूगल का कर्मचारी बताया और डेटाबेस को फर्जी ऐप से कनेक्ट कर डेटा चुरा लिया।
लीक हुए डेटा में जीमेल यूजर्स के कॉन्टेक्ट डिटेल, बिजनेस और दूसरी जरूरी जानकारी है। इस डेटा लीक को लेकर गूगल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। कंपनी ने बताया कि उसके किसी भी यूजर का पासवर्ड लीक नहीं हुआ है।
एक्सपर्ट्स का भी कहना है कि हैकर्स के पास पासवर्ड डेटा नहीं है, लेकिन कॉमन पासवर्ड वाले यूजर्स के अकाउंट हैक होने का खतरा है।कई सारे यूजर्स सोशल मीडिया पर रिपोर्ट कर रहे हैं कि उन्हें फिशिंग ईमेल मिल रहे हैं। इसके साथ कुछ यूजर्स का कहना है कि उन्हें स्कैमर्स के कॉल-मैसेज मिल रहे हैं।
आपका डेटा लीक हुआ है या नहीं कैसे पता करें?
किसी भी डेटा लीक में आपका डेटा लीक हुआ है या नहीं, इसका पता आसानी से लगाया जा सकता है। इसके लिए आपको अपने फोन में Google App ओपन करनी होगी। यहां आप मैनेज गूगल अकाउंट के ऑप्शन पर क्लिक करें।
नए पेज पर आपको सिक्योरिटी टैब पर क्लिक करना है और डार्क वेब रिपोर्ट पर टैप करके स्टार्ट मॉनिटरिंग के ऑप्शन पर क्लिक करना है। इसके बाद सेलेक्शन को कन्फर्म करने के बाद डन बटन पर क्लिक करना है। कुछ देर में आपको इसकी जानकारी मिल जाएगी।
इसके साथ ही आप पासवर्ड मैनेजर में भी यह देख सकते हैं कि आपका पासवर्ड कॉम्प्रोमाइज हुआ है या नहीं। अगर आपका डेटा लीक हुआ है तो तुरंत पासवर्ड बदलें और हमेशा टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑन रखें। समय-समय पर पासवर्ड बदलने की आदत बना लें। लंबे समय तक एक पासवर्ड रखने से पासवर्ड लीक होने का खतरा बना रहता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।