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    Google की Verily में हलचल: छंटनी के साथ मेडिकल डिवाइस प्रोग्राम पर लगा ब्रेक

    Updated: Wed, 27 Aug 2025 04:04 PM (IST)

    गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट की हेल्थकेयर सहयोगी वेरीली में छंटनी हो रही है। कंपनी अपने मेडिकल डिवाइस प्रोग्राम को बंद करने जा रही है। सीईओ स्टीफन गिललेट के अनुसार यह फैसला डेटा और एआई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए लिया गया है। कंपनी मौजूदा उत्पादों और क्लिनिकल ट्रायल्स को सपोर्ट करती रहेगी।

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    Google की Verily में हलचल: छंटनी के साथ मेडिकल डिवाइस प्रोग्राम पर लगा ब्रेक

    टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट की हेल्थकेयर और लाइफ साइंसेज सहयोगी वेरीली इन दिनों बड़े रिस्ट्रक्चरिंग से गुजर रही है। जी हां, इसके तहत कंपनी ने छंटनी करने और अपने मेडिकल डिवाइस प्रोग्राम को भी पूरी तरह बंद करने का ऐलान कर दिया है। कंपनी के सीईओ स्टीफन गिललेट ने कर्मचारियों को सेंड किए गए एक इंटरनल मेमो में बताया है कि यह फैसला रिसोर्स को कंपनी की प्रिऑरिटीज यानी डेटा और AI पर फोकस करने के लिए लिया गया है। चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं...

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    कंपनी के सीईओ ने मेमो में क्या-क्या लिखा?

    कंपनी के सीईओ गिललेट ने मेमो में लिखा है कि मैं कुछ मुश्किल खबरें शेयर करने के लिए ये मेल लिख रहा हूं। आगे का रास्ता कठिन फैसलों की मांग करता है। डिवाइस प्रोग्राम में योगदान देने वाली टीम ने दशकों तक अपना एक्सपीरियंस और हार्ड वर्क लगाया है। हमने डेक्सकॉम G7 ग्लूकोज मॉनिटर, रेटिनल इमेजिंग टूल्स और क्लिनिकल स्टडी वियरेबल्स जैसे इनोवेशन किए हैं, जिन्होंने हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है।  

    मौजूदा प्रोडक्ट्स को मिलता रहेगा सपोर्ट

    कंपनी ने यह कन्फर्म किया है कि अब वह मेडिकल डिवाइस की मैन्युफैक्चरिंग और नए इनोवेशन कार्य नहीं करेगी, लेकिन मौजूदा प्रोडक्ट्स और चल रहे क्लिनिकल ट्रायल्स को सपोर्ट देना जारी रखेगी। जिसमें Dexcom G7 ग्लूकोज मॉनिटर, रेटिनल इमेजिंग टूल्स और स्टडी डिवाइसेस शामिल हैं।

    कितने कर्मचारियों की गई नौकरी?

    वेरीली ने फिलहाल इस बात का खुलासा नहीं किया है कि कितने कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है। कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि यह कदम व्यावसायिक सफलता की राह को तेज करने और रिसोर्सेज के सही इस्तेमाल के लिए उठाया गया है। हालांकि कंपनी के सीईओ गिललेट ने बताया है कि कंपनी अब अपने मिशन यानी डेटा और एआई के जरिए हेल्थकेयर को मजबूत करेगी और इस पर ज्यादा फोकस करेगी।  

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