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    AITA का दावा, डेविस कप में खेलने के लिए सुमित नागल ने मांगी थी फीस, खिलाड़ी ने यूं दिया जवाब

    Updated: Fri, 20 Sep 2024 07:58 AM (IST)

    भारत के शीर्ष पुरुष टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल पर अखिल भारतीय टेनिस संघ ने आरोप लगाया है कि उन्होंने डेविस कप में खेलने के लिए पैसों की मांग की थी। एआईटीए के इस दावे के बाद भारतीय टेनिस में भूचाल मच गया है। सुमित नागल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर इस बारे में सफाई दी है और अपना पक्ष रखा है।

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    सुमित नागल पर एआईटीए ने लगाए गंभीर आरोप

     पीटीआई, नई दिल्ली: अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) ने गुरुवार को दावा किया कि सुमित नागल ने भारत के लिए डेविस कप मुकाबले खेलने के लिए 50,000 अमेरिकी डालर (करीब 45 लाख रुपये) की सालाना फीस मांगी थी लेकिन देश के इस शीर्ष सिंगल्स खिलाड़ी ने खुद का बचाव करते हुए कहा कि खिलाड़ियों को उनकी सेवाओं के लिए भुगतान किया जाना सामान्य बात है।

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    नागल ने पीठ में खिंचाव का हवाला देते हुए स्वीडन के विरुद्ध डेविस कप मुकाबले से हटने का फैसला किया था। इसके कारण उन्हें पिछले महीने यूएस ओपन से भी बाहर होना पड़ा था।

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    एआईटीए का बयान

    स्वीडन के विरुद्ध भारत सिंगल्स विशेषज्ञ के बिना खेलने उतरा और टीम को 0-4 से हार का सामना करना पड़ा। टीम विश्व ग्रुप एक मुकाबले में एक सेट भी नहीं जीत सकी। एआइटीए महासचिव अनिल धूपर ने कहा, एक खिलाड़ी को देश के लिए खेलने के लिए पैसे क्यों मांगने चाहिए, आप मुझे बताइए। यह एक बड़ा सवाल है। उन्होंने सालाना फीस मांगी थी और कहा था कि अगर उन्हें भुगतान नहीं किया गया तो वह नहीं खेलेंगे। खिलाड़ियों को 'टॉप्स' के जरिए भी भुगतान किया जाता है और ऐसा नहीं है कि उन्हें डेविस कप खेलने के लिए भुगतान नहीं किया जाता।"

    सुमित नागल की सफाई

    इस मामले में सुमित ने सोशल मीडिया पोस्ट लिखते हुए सफाई दी है। उन्होंने लिखा है कि उनके लिए डेविस कप में से नाम वापस लेने का फैसला काफी मुश्किल था, लेकिन मेडिकल टीम से बात करने के बाद उन्हें ये मुश्किल फैसला लेना पड़ा। सुमित ने अपनी पोस्ट में लिखा, "मेरा मानना है कि टीम और देश के लिए ये बेहतर है कि कोई 100 फीसदी फिट खिलाड़ी ही टीम में खेले न वो खिलाड़ी जो अपनी चोट को और नुकसान पहुंचा सके। मैंने एआईटीए को अपनी चोट के बारे में काफी पहले ही बता दिया था।

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