शीर्ष वरीय ज्वेरेव को हराकर खाचानोव नेशनल बैंक ओपन के फाइनल में, एमबोको ने रिबाकिना को हराया
एटीपी टूर पर सात बार विजेता रह चुके 29 वर्षीय खाचानोव अब दूसरे सेमीफाइनल के विजेता का सामना करेंगे जिसमें दूसरे वरीयता प्राप्त टेलर फ्रिट्ज और चौथे वरीयता प्राप्त बेन शेल्टन शामिल हैं। खाचानोव ने कहा कि मुझे गहराई में जाकर अपने स्तर को उठाना पड़ा। वहीं विक्टोरिया एमबोको ने एलेना रिबाकिना को हराकर फाइनल में प्रवेश किया।
टोरंटो, एपी। रूस के ग्यारहवें वरीयता प्राप्त केरेन खाचानोव ने जर्मनी के शीर्ष वरीयता प्राप्त अलेक्जेंडर ज्वेरेव को 6-3, 4-6, 7-6 (4) से हराकर नेशनल बैंक ओपन फाइनल में अपनी जगह बनाई। खाचानोव ने कहा कि आज का मैच वास्तव में बहुत करीबी था। मैं मैच पाइंट पर था, अगर गेंद नेट को छूकर गिरती तो हम अब इस बारे में बात नहीं कर रहे होते।
एटीपी टूर पर सात बार विजेता रह चुके 29 वर्षीय खाचानोव अब दूसरे सेमीफाइनल के विजेता का सामना करेंगे, जिसमें दूसरे वरीयता प्राप्त टेलर फ्रिट्ज और चौथे वरीयता प्राप्त बेन शेल्टन शामिल हैं। खाचानोव ने कहा कि मुझे गहराई में जाकर अपने स्तर को उठाना पड़ा। यह एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण, मानसिक और शारीरिक मैच था। इसलिए मैं हाल के वर्षों में उनसे कुछ आसान मैच हारने के बाद जीत पाकर बहुत खुश हूं।
दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी ज्चेरेव ने यहां 2017 में खिताब जीता था और वह एटीपी टूर पर 24 खिताब जीत चुके हैं। उन्होंने शीर्ष वरीयता प्राप्त जानिक सिनर 2023 के विजेता और नंबर दो कार्लोस अलकराज के हार्ड-कोर्ट टूर्नामेंट से हटने के कारण शीर्ष वरीयता प्राप्त खिलाड़ी के रूप में प्रतियोगिता समाप्त की।
एमबोको भी फाइनल में
कनाडा की किशोरी विक्टोरिया एमबोको ने नौवीं वरीय एलेना रिबाकिना को हराकर नेशनल बैंक ओपन टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया। कनाडा की 18 साल की एमबोको ने रिबाकिना को तीन सेट चले कड़े मुकाबले में 1-6, 7-5, 7-6 से हराया। एमबोको ने तीसरे और निर्णायक सेट में एक मैच प्वाइंट बचाया और दो बार रिबाकिना की सर्विस तोड़कर सेट को टाईब्रेकर में खींचा और फिर जीत दर्ज की।
अब फाइनल में एमबोको जापान की स्टार नाओमी ओसाका से भिड़ेंगी, जिन्होंने दूसरे सेमीफाइनल में डेनमार्क की 16वीं वरीय क्लारा टासन को 6-2, 7-6 से हराकर बाहर का रास्ता दिखाया। दुनिया की 85वें नंबर की खिलाड़ी एमबोको अपना पहला डब्ल्यूटीए खिताब जीतने के इरादे से उतरेंगी और उनकी नजरें फाये उरबन (1969) और बियांका आंद्रीस्क्यू (2019) के बाद ओपन युग में घरेलू खिताब जीतने वाली कनाडा की तीसरी खिलाड़ी बनने पर भी टिकी होंगी।
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