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    बेतिया में भवन की कमी से जूझ रहे स्कूल: दो शिफ्ट में करानी पड़ रही पढ़ाई, बच्चे ठंड में ठिठुरने को मजबूर

    Updated: Mon, 08 Dec 2025 03:48 PM (IST)

    बेतिया जिले के स्कूलों में भवन की कमी एक बड़ी समस्या है। कई स्कूल दो शिफ्टों में कक्षाएं चलाने को मजबूर हैं, जिससे छात्रों को ठंड में कठिनाई हो रही है ...और पढ़ें

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    ठंड में स्कूल पहुंचे बच्चे। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता, बेतिया/सिकटा। जिले के 11 विद़्यालयों में भवन की कमी के कारण दो शिफ्ट में पढ़ाई हो रही है। विभाग की ओर से भवन निर्माण कराने की दिशा में पहल करने के बजाय प्रधानाध्यापकों के प्रतिवेदन पर दो शिफ्ट में स्कूल संचालित करने की अनुमति दे दी गई है।

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    ये सभी विद्यालय उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय हैं। लौरिया में एक , नरकटियागंज में चार, सिकटा में चार , बैरिया में एक एवं मझौलिया में एक विद्यालय दो शिफ्ट में संचालित हो रहा है। यहां सुबह नौ से शाम चार बजे तक की कक्षाओं का संचालन होना है।

    प्रथम शिफ्ट में कक्षा एक सं आठवीं तक के बच्चों को बुलाया जाता है और द्वितीय शिफ्ट में हाई स्कूल के बच्चों की पढ़ाई होती है। सुबह 6:30 बजे से 11 बजे तक कक्षा एक से आठवीं के छात्रों की पढ़ाई होनी है और 11:30 से शाम चार बजे तक नौंवी से लेकर 12 वीं तक के छात्रों को बुलाया जाता है। अभी सर्दी के मौसम की शुरुआत ही हुई है।

    इसमें छोटे बच्चों को स्कूल जाने में काफी परेशानी हो रही है। इसको लेकर अभिभावकों में आक्रोश है। अभिभावक रामचंद्र प्रसाद यादव का कहना है कि स्कूल प्रबंधन को पहले तो भवन की व्यवस्था करनी चाहिए। अगर वैकल्पिक व्यवस्था से ही काम चलाना है, तो प्रथम पाली में बड़े बच्चों को बुलाएं।

    द्वितीय पाली छोटे बच्चों के लिए रहना चाहिए। इससे बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी थोड़ी कम होगी। अभिभावक मोहम्मद सेराज ने कहा कि स्कूल में भवन है नहीं, और अगर बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं तो शिक्षक नाम काटने की धमकी दे रहे हैं।

    ऐसे में अब सर्दी बढ़ेगी तो सुबह छह बजे छोटे बच्चों का स्कूल जाना संभव नहीं होगा। फिर नाम काटने की धमकी देंगे। इस पर विभागीय अधिकारियों को संज्ञान लेना चाहिए।

    दरअसल, मामला इस तरह है कि जिले के इन सभी 11 स्कूलों में भवन की तुलना में बच्चों की संख्या अधिक हैं। ऐसे में वर्ग कक्ष में बच्चों के बैठने के लिए व्यवस्था नहीं होने के कारण अगस्त 2025 से जिले के 11 स्कूलों को दो शिफ्ट में चलाने की अनुमति दी गई है। 

    ठंड के कारण स्कूल के रास्ते में गिरा बच्चा

    सिकटा प्रखंड के सुगहा भवानीपुर सकूल में तीसरी कक्षा का छात्र प्रिंस कुमार शनिवार को अपने घर से तैयार होकर सुबह छह बजे स्कूल के लिए निकला। ठंड बढ़ गई है। स्कूल ड्रेस पहनना अनिवार्य है। अभी उसके पास स्वेटर नहीं है। उसके माता- पिता पैसे के प्रबंध में हैं, जिससे स्वेटर खरीद सकें।

    ठंड से कांपते हुए बच्चा रास्ते में गिर गया। ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। बच्चे को उठाया और तुरंत आग जलाकर उसके सामने बैठाया गया। काफी देर के बाद बच्चा ठीक हुआ और अपने घर चला गया। ग्रामीणों ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व प्रथम वर्ग की एक छात्रा ठंड के कारण गिर गई थी।

    ग्रामीण सोनालाल साह, भोज ठाकुर, नन्दू पटेल, करीमन पटेल ने कहा कि दो शिफ्ट में विद्यालय अगस्त माह से चल रहे है। उधर गर्मी का मौसम था तो परेशानी नही थी। अब ठंड में छोटे बच्चों की परेशानी बढ़ गई है।

    इन विद्यालयों में दो शिफ्ट में पढ़ाई

    लौरिया प्रखंड में उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय धमौरा, नरकटियागंज प्रखंड में उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय कोइरगांवा, उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय नौतनवा, उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय बिनवालिया, उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय बरवा बरौली । वहीं सिकटा प्रखंड में उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय झुमका उर्दू, उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय बलथर, उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय मसवास , उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय सुगहा भवानीपुर तथा बैरिया प्रखंड में उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय बगही ज्ञान जी के टोला एवं मझौलिया प्रखंड में उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय नानोसती में भवन की कमी के कारण के दो शिफ्ट में पढ़ाई हो रही है।

    कमरों की संख्या कम व छात्रों की संख्या अधिक होने को लेकर अध्यापन कार्य में परेशानी होने पर प्रधानाध्यापकों की मांग के बाद प्रखंडों के बीईओ के जांच प्रतिवेदन के आधार पर विद्यालयों को दो शिफ्ट में संचालित करने की अनुमति दी गई है। भवन निर्माण की पहल हो रही है। -रवींद्र कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी, पश्चिम चंपारण