वृंदावन कॉरिडोर को 510 करोड़ रुपये देने का ऐलान करने वाला बिल्डर धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार, पत्नी भी साथ!
आगरा पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में वांछित बिल्डर प्रखर गर्ग और उनकी पत्नी राखी गर्ग को जयपुर के एक होटल से गिरफ्तार किया। प्रखर गर्ग पर 22 मुकदमे दर्ज हैं। यह गिरफ्तारी चेक बाउंस और धोखाधड़ी के एक मामले में हुई जिसके बाद कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया था। पुलिस ने दोनों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।

जागरण संवाददाता, आगरा। वृंदावन के बांके बिहारी कारिडोर के लिए 510 करोड़ रुपये देने का प्रस्ताव देकर सुर्खियों में आए बिल्डर प्रखर गर्ग और उनकी पत्नी राखी गर्ग को धोखाधड़ी के मामले में हरीपर्वत थाना पुलिस ने जयपुर राजस्थान के पांच सितारा होटल से बुधवार को गिरफ्तार किया है। आरोपित के खिलाफ अलग-अलग थानों में 22 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस टीम ने आरोपित बिल्डर दंपती को दोपहर बाद न्यायालय में पेश किया। वहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
धोखाधड़ी के मुकदमे में वांछित लंगड़े की चौकी द्वारिकापुरम में रहने वाले चर्चित बिल्डर प्रखर गर्ग व उनकी पत्नी राखी गर्ग को बुधवार सुबह हरीपर्वत थाना पुलिस ने जयपुर के पास सितारा होटल से गिरफ्तार किया।
ट्रांसपोर्ट नगर के बैटरी कारोबारी अरुण सौंधी ने चेक बाउंस व दो करोड़ की धोखाधड़ी में हरीपर्वत थाने में प्रखर गर्ग उसकी पत्नी राखी गर्ग के अलावा सतीश गुप्ता, सुमित कुमार व मुकेश कुमार के विरुद्ध धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था।
आरोपित बिल्डर के खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद जनवरी में पुलिस ने उसके घर पर कुर्की पूर्व की उद्घाेषणा का नोटिस चस्पा किया था। तभी से पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। मंगलवार को पुलिस टीम को बिल्डर दंपती के जयपुर के एक होटल में होने की जानकारी मिली।
पुलिस टीम ने जयपुर पहुंचकर बुधवार सुबह दंपती को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को जयपुर से आगरा लगाया गया। दोपहर बाद दोनों को न्यायालय में पेश किया गया। वहां से प्रखर गर्ग व उनकी पत्नी राखी गर्ग को जेल भेज दिया गया।
ईडी द्वारा जब्त होटल का कर दिया था सौदा
बिल्डर प्रखर गर्ग व पत्नी राखी गर्ग के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। कुछ मामलों में पुलिस फाइनल रिपोर्ट भी लगा चुकी है। मार्च 2022 में ही प्रखर गर्ग और उसके लोगों ने साजिश के तहत ईडी द्वारा जब्त संजय प्लेस स्थित नोवा होटल का 2.19 करोड़ रुपये में उनसे सौदा कर दिया था।
होटल खरीदने के पांच दिन बाद ईडी की टीम होटल पर नोटिस चस्पा करने पहुंची तो धोखाधड़ी का पता चला। कमला नगर थाने में संजीव अग्रवाल से पेंटा हाउस के नाम पर 90 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मुकदमा 30 सितंबर 2024 को दर्ज कराया गया था।
धोखाधड़ी व चेक बाउंस के मामले में वांछित प्रखर गर्ग व उनकी पत्नी राखी गर्ग को जयपुर से गिरफ्तार किया गया है। न्यायालय से दोनों को जेल भेज दिया गया।
-सोनम कुमार, डीसीपी सिटी
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