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    Agra Fake Drug Racket: दुकान बंद मिली ताे ताला तोड़कर की जांच, श्री राधे एजेंसी सील; नोटिस किया चस्पा

    Updated: Wed, 27 Aug 2025 04:03 PM (IST)

    आगरा में औषधि विभाग ने नकली और नशीली दवाइयों की सूचना पर हे मां मेडिको बंसल मेडिकल एजेंसी और श्री राधे एजेंसी पर छापेमारी की। श्री राधे एजेंसी को ताला तोड़कर सील कर दिया गया जहां करोड़ों का माल होने की आशंका है। सनोफी कंपनी की नकली ऐलेग्रा दवा मिलने पर कॉपीराइट एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा। जांच अभी जारी है।

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    श्री राधे एजेंसी को किया सील, नोटिस किया चस्पा।

    जागरण संवाददाता, आगरा। हे मां मेडिको और बंसल मेडिकल एजेंसी में चल रही जांच के बीच औषधि विभाग की टीम ने मोती कटरा स्थित श्रीराधे एजेंसी पर छापा मारा। दुकान बंद होने पर टीम ने ताला तोड़कर जांच की। इसके बाद उसे सील कर दिया। साथ ही शटर पर नोटिस चस्पा किया है। वहीं मंगलवार को हे मां मेडिको और बंसल मेडिकल एजेंसी पर औषधि विभाग की जांच जारी रही।

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    नकली और नारकोटिक्स दवाओं की जांच में जुटी औषधि विभाग की जांच दूसरी फर्म तक पहुंच गई है। हे मां मेडिको और बंसल मेडिकल एजेंसी की जांच में जुट अधिकारी मोती कटरा में स्थित दीपक सिंघल की श्री राधे एजेंसी तक पहुंच गए।

    नकली और नशीली दवाइयां होने की सूचना पर की कार्रवाई

    दुकान बंद होने पर जांच टीम ने आसपास के लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि दुकान 22 अगस्त को शुरू हुई कार्रवाई के बाद से बंद है। बीच-बीच में कुछ लोग आकर दुकान से दवाओं को निकालकर ले जा रहे हैं। टीम ने ताला तोड़कर जांच की। दुकान में बीस करोड़ के आसपास माल होने की संभावना है।

    नकली दवाओं के भंडारण होने की आशंका के चलते औषधि निरीक्षक कानपुर नगर ओमपाल सिंह ने श्री राधे एजेंसी को सील कर दिया। वहीं मंगलवार को भी औषधि विभाग की टीम हे मां मेडिको और बंसल मेडिकल एजेंसी के गोदाम में जांच करती रही।

    कॉपीराइट का दर्ज होगा मुकदमा

    हे मां मेडिको से औषधि विभाग की टीम को नामचीन कंपनियों की दवाएं मिली हैं। जांच टीम ने सनोफी कंपनी की 78.67 लाख रुपये की ऐलेग्रा 120 एमजी दवा टेंपो से बरामद की थी। कंपनी के प्रतिनिधि ग्रेशियस इयान ने औषधि विभाग को भेजी रिपोर्ट में पकड़ी गई दवा नकली होने की बात कही है।

    ऐसे में औषधि विभाग या फिर सनोफी कंपनी के प्रतिनिधि की ओर से नकली दवा कारोबारी हिमांशु अग्रवाल सहित अन्य लोगों के खिलाफ कॉपीराइट एक्ट सहित अन्य धाराओं में भी मुकदमा दर्ज कराया जा सकता है।