नगला बूढ़ी हादसा: आगरा में मौत की रफ्तार से दौड़ी कार, छीना पांच घरों का उजाला
आगरा के नगला बूढ़ी में एक दर्दनाक हादसे में तेज रफ्तार कार ने पांच लोगों की जान ले ली। मृतकों में एक मां और बेटा भी शामिल हैं, जो कपड़े खरीदने निकले थे। इस घटना से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। आक्रोशित लोगों ने घटना स्थल पर हंगामा किया और मुआवजे की मांग की। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में किया और मामले की जांच कर रही है।
-1761361877853.webp)
नगला बूढ़ी में हादसे के बाद आक्रोशित युवक को समझाते एडीसीपी सिटी आदित्य l जागरण
जागरण संवाददाता, आगरा। नगला बूढ़ी कुटिया वाली गली में रहने वाले मजदूर हरीश के घर अबकी बार दीवाली आई, लेकिन 10 वर्षीय बेटे गोलू को नए कपड़े नहीं मिल पाए। दीपावली का त्योहार बीत गया। गोलू फिर से नए कपड़ों की जिद लेकर बैठ गया। घरों में झाड़ू पोंछा और बर्तन मांजने वाली मां बबली ने सुबह उससे वादा किया कि शाम का कपड़े दिलाने चलेंगी। शाम बढ़ने के बाद मां-बेटे पैदल साथ निकले थे।
गोलू नए कपड़ों की उम्मीद में खुश था, लेकिन घर से पांच सौ मीटर दूर मौत की रफ्तार से दौड़ती आई कार ने दोनों को रौंद दिया। दोनों को एसएन मेडिकल कालेज ले जाया गया, जहां बबली की मौत हो गई। मां की मौत से अनजान गोलू का इलाज चल रहा है। दहाड़े मारकर रो रहे हरीश बार-बार यही कह रहे थे कि बेटे को कपड़े दिलाने की उम्मीद साथ ले कर वो तो चली गई। अब घर कैसे चलेगा।
सगाई के लिए कमल के साथ कपड़े खरीदने निकला था कृष
नगला बूढ़ी के पास रहने वाले दो दोस्त कमल और कृष एक साथ पेंटिंग का काम करते थे। शनिवार को कृष को लड़की वाले देखने आने वाले थे। इसके बाद बात पक्की हो गई। अपनी खुशी में शामिल करने के लिए कृष ने कमल को बुलाया। इसके बाद कृष कमल के साथ सगाई के लिए कपड़े खरीदने के लिए निकला था।
रास्ते में तेज रफ्तार कार को देखकर दोनों कुछ समझ पाते उससे पहले कार ने दोनों को रौंद दिया। साथ-साथ काम करने वाले दोनों दोस्त साथ ही दुनिया को अलविदा कह गए। हादसे के एक घंटे बाद परिवारवालों को सूचना मिली, जब तक एसएनमेडिकल कालेज पहुंचे, दोनों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे जा चुके थे।
बहन को विदा करने से पहले खुद विदा हो गए भानुप्रताप
आवास विकास में रहने वाले भानुप्रतापमिश्रा पिछले कई वर्षों से जोमेटोडिलीवरीब्वाय के रूप में काम करते थे। शुक्रवार दोपहर साढे तीन बजे डेढ़ साल के बेटे को बाइक पर घुमाने के बाद वह जल्दी लौटने की कहकर घर से निकले। आज का सफर आखिरी साबित हुआ। नवंबर में भानुप्रताप की इकलौती बहन की शादी होनी थी, घर में तैयारियां शुरू हो गई थीं। दयालबाग क्षेत्र में डिलीवरी करने के बाद लौट रहे भानुप्रताप की बाइक को सामने से आई कार ने टक्कर मारी। टक्कर से उछलकर गिरे भानु फिर उठ नहीं पाए।
एयरबैग से बची चालक की जान
सात लोगों को रौंदने के बाद डिवाइडर से टकराने के बाद कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। कार के पलटने केबादएयरबैगखुलगए। इसके चलते उसकी जान बच गई।
सब्जी लेने निकला था मजदूर
बंटेश आंबेडकर बगीची नगला बूढ़ी निवासी बंटेश मजदूरी करता था। पत्नी के छोड़ जाने के बाद भाई के साथ रहता था। भाई ने बताया कि शाम सात बजे बंटेश सब्जी खरीदने की कहकर घर से निकला और रात साढ़े आठ बजे तक नहीं लौटा। इसी बीच उन्हें नगला बूढ़ी तिराहे पर हादसे की सूचना मिली। वहां जाकर पता चला कि पांच लोगों की मौत हो गई है। इसके बाद एसएनइमरजेंसी और फिर पोस्टमार्टम गृह पहुंचे तब पता चला कि भाई नहीं रहा।
नगला बूढ़ी से एसएन तक हंगामा और चीख पुकार
हादसे के बाद घटना स्थल के साथ ही एसएन मेडिकल कालेज तक हंगामा और चीखपुकार चलती रही। हादसे के बाद आक्रोशित भीड़ ने घटना स्थल पर तीन घंटे तक हंगामा काटा। इसके बाद भीड़ बस्ती से निकल कर एसएन मेडिकल इमरजेंसी पर लोग पहुंच गए। मृतक बबली व डिलीवरी व्वाय भानु प्रताप मिश्रा के स्वजन एसएन मेडिकल कालेज में पहुंच गए।
शव देखकर उनका गुस्सा भड़क गया। एक तरफ मृतकों के स्वजन विलाप कर रहे थे तो दूसरी तरफ आक्रोशित भीड़ हंगामा कर कार चालक को उन्हें सौंपने की मांग पर अड़ी थी। इसके बाद पुलिस इमरजेंसी से शवों को लेकर पोस्टमार्टम पहुंची तो वहां भी भीड़ पहुंच गई। भीड़ का आक्रोश देख बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स बुलाया गया।
टाइम लाइन
- 8:25 बजे कार ने बाइक सवार डिलीवरीव्वाय को टक्कर मारी।
- 8:35 बजे डिवाइडर से टकराने के बाद कार ने घर के बाहर बैठे लोगों को टक्कर मारी।
- 8:45 बजे एसीपीहरीपर्वत अक्षय महाडिक व हरीपर्वत, कमला नगर व सिकंदरा थाने का फोर्स पहुंचा।
- 9:00 बजे एडीसीपी आदित्य घटना स्थल पर पहुंचे।
- 10:30 बजे डीसीपीसिटीसोनम कुमार घटनास्थल पर पहुंचे।
- 11:00 बजे तक पुलिस घटनास्थल के आसपास गश्त करती रही।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।