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    Agra Mayor के रिश्तेदार का दुस्साहस, नगर निगम कर्मियों ने खोला मोर्चा, विरोध में कर दी तालाबंदी

    By Ambuj Upadhyay Edited By: Prateek Gupta
    Updated: Tue, 09 Dec 2025 02:10 PM (IST)

    आगरा में मेयर के रिश्तेदार के दुस्साहस के बाद नगर निगम के कर्मचारी विरोध में उतर आए हैं। कर्मचारियों ने इस घटना के विरोध में तालाबंदी कर दी है, जिससे ...और पढ़ें

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    आगरा नगर निगम की मेयर हेमलता दिवाकर।

    जागरण संवाददाता, आगरा। मेयर हेमलता दिवाकर कुशवाह के भतीजे हर्ष चौधरी पर पहले भी कई बार अभद्रता के आरोप लगे हैं। एक अवर अभियंता के साथ नगर निगम में हद दर्जे की अभद्रता हुई थी, लेकिन वे शिकायत का साहस नहीं जुटा सके थे।

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    इसके बाद एक कार्यकारिणी बैठक में सबसे सामने तीखी प्रतिक्रिया पर सवाल खड़े हुए थे, लेकिन मामला शांत हो गया था। हाल ही में एक प्रभारी से नगर निगम में ही अभद्रता हुई, लेकिन ये मामला भी दब गया था। अब विरोध में नगर निगम कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है।

    मंगलवार सुबह नगर निगम कर्मियों ने एकजुट होकर नगर निगम में तालाबंदी कर दी है।सहायक नगरायुक्त अशोक प्रिय गौतम से सार्वजनिक स्थान पर अभद्रता पर वे एफआइआर कराने को आगे आए हैं।

    अगर ये साहस पहले किसी ने दिखाया होता या दुस्साहस को किसी जिम्मेदार ने रोका होता तो स्थिति यहां तक नहीं पहुंची। नगर निगम के कार्यो में मेयर के भतीजे का विशेष हस्तक्षेप रहता है।

    कार्य कराने के लिए लोग उनसे संपर्क करते हैं तो अधिकारियों को भी कई बार मेयर तक पहुंचने के लिए उन्ही का सहारा लेना पड़ता है। बिना किसी जिम्मेदारी के जिम्मेदार बनने और हाथ में ताकत आने से कई बार उन्होंने लोगों से अभद्रता की है।

    धमकाने के मामले पहले भी आए है, लेकिन लोग खुलकर कहने की हिम्मत नहीं जुटा सके हैं। हाल ही में नगर निगम परिसर में एक प्रभारी को निजी कार्य करने के लिए धमकाया था। इसके बाद विवाद बढ़ा था, लेकिन शांत हो गया था।

    इससे पहले हर्ष पर अवर अभियंता के साथ अभद्रता के आरोप लगे थे। उन्होंने नगर निगम में शाम के समय उनके साथ हाथापाई की थी, जिसके बाद समझौता हो गया था। तहरीर लिखी गई थी, लेकिन थाने तक नहीं पहुंची थी।

    कई बार ठेकेदारों को धमकाने के आरोप भी लग चुके हैं। पहली बार मामला पुलिस अधिकारियों तक पहुंचा है।

     

    मेयर ने सीएम को बताया पूरा विवाद

    मेयर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने समीक्षा बैठक लेने आए मुख्यमंत्री को कमिश्नरी में स्टेडियम प्रकरण से अवगत कराया है। उन्होंने मामले की जांच पुलिस कमिश्नर से कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि भतीजे को फंसाया जा रहा है, जबकि ऐसा कोई मामला नहीं है।

    इसके साथ ही ईंट की मंडी से पश्चिमपुरी रोड पर कार्य, गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े किए और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने मामले की जांच कराने के लिए आश्वस्त किया है।