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    आगरा में छत से गिरी महिला, दो दारोगा सहित चार पुलिसकर्मी सस्पेंड; जानिए क्या है पूरा मामला?

    Updated: Tue, 22 Jul 2025 11:43 AM (IST)

    आगरा में मकान पर कब्जा कराने गई पुलिस पर एक महिला को छत से फेंकने का आरोप लगा है जिसके बाद दो दारोगा समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। एसीपी की जांच में पुलिस प्रोटोकॉल का उल्लंघन पाया गया। महिला ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसे छत से धक्का दिया। मामला न्यायालय में विचाराधीन है और विधायक ने इस मामले में पैरवी की थी।

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    Agra News: प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।

    जागरण संवाददाता, आगरा। Agra News: महिला के छत से गिरने के मामले में डीसीपी सिटी ने ट्रांस यमुना थाने के दो दारोगाओं सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया है। एसीपी की जांच में पुलिसकर्मियों को पुलिस प्रोटोकाल का पालन न करने का दोषी पाया गया है। महिला ने मकान पर कब्जा कराने पहुंचे पुलिसकर्मियों पर छत से धक्का देने का आरोप लगाया था।

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    ट्रांस यमुना थाने में तैनात एसआइ राजकुमार गोस्वामी, निखिल चौधरी, मुख्य आरक्षी मनोज कुमार व आरक्षी शैलेंद्र शुक्रवार दोपहर दो बजे कालिंदी विहार के आयुष विहार में रहने वाली प्रेमलता के घर पर बबली देवी पक्ष को कब्जा दिलाने के लिए पहुंचे थे। घर पर पति शिशुपाल और बेटे अंकुश की पत्नी नेहा थीं।

    आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने पहुंचते ही गाली गलौज कर गेट खुलवाने की कोशिश की। डर के कारण नेहा ने गेट नहीं खोला। ऐसे में चार पुलिसकर्मी पड़ोसी के घर में घुसकर छत के रास्ते से उनके मकान में घुस गए। घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए। नेहा ने मोबाइल से वीडियो बनाने की कोशिश की तो पुलिसकर्मियों ने उसका मोबाइल छीन लिया।

    एसीपी की जांच में पुलिस प्रोटोकॉल का पालन न करने की बात आई सामने

    पुलिसकर्मियों से बचने के लिए नेहा छत को ओर भागी। आरोप है कि छत पर पुलिसकर्मियों ने उससे खींचतान की और छत से नीचे फेंक दिया। शिशुपाल को पकड़कर गाड़ी में डाल लिया। शिकायत के बाद डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने एसीपी एत्मादपुर से मामले की जांच कराई। डीसीपी ने बताया कि पुलिसकर्मियों को पुलिस प्रोटोकाल का पालन न करने के आरोप में निलंबित किया गया है।

    मकान का विवाद न्यायालय में है विचाराधीन

    प्रेमलता का कहना है कि वह प्राइवेट फैक्ट्री में काम करती हैं। पति शिशुपाल मजदूरी करते हैं। 29 जून 2024 को उन्होंने मकान का बैनामा बबली देवी के नाम किया था। बबली देवी ने बैनामा से पहले उन्हें 1.11 लाख रुपये दिए थे। बैनामा में उन्होंने 7.70 लाख रुपये का चेक खोला था। बबली देवी धोखे से चेक ले गईं। प्रेमलता ने बैनामा शून्य कराने के लिए कोअर् में प्रार्थना पत्र दिया था। यह मामला विचाराधीन है।

    कब्जा कराने पहुंची पुलिस पर महिला को छत से फेंकने का लगा था आरोप

    विधायक ने की थी पैरवी महिला के छत से गिरकर घायल होने के बाद स्वजन के साथ बड़ी संख्या में लोगों ने शुक्रवार को ट्रांस यमुना थाने पहुंचकर विरोध दर्ज कराया था। विधायक डा. धर्मपाल सिंह ने भी थाने पहुंचकर मामले में पैरवी की। उन्होंने डीसीपी सिटी सोनम कुमार को मामले से अवगत कराते हुए जांच कराकर पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी।

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