Agra News: वायरल संक्रमण के साथ फैल रहा डेंगू और मलेरिया, मांसपेशियों में दर्द होने पर क्या करें, क्या नहीं ?
आगरा में मौसम बदलने से वायरल संक्रमण और मच्छरों के कारण डेंगू-मलेरिया फैल रहा है जिससे तेज बुखार और मांसपेशियों में दर्द हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग मुफ्त जांच कर रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि बुखार में दर्द निवारक दवाएं लेने से रक्तस्राव हो सकता है। पैरासीटामोल का प्रयोग सुरक्षित है। डेंगू होने पर एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, आगरा। मौसम में हो रहे बदलाव से वायरल संक्रमण के साथ ही मच्छरों के काटने से डेंगू और मलेरिया फैल रहा है। इसमें तेज बुखार के साथ ही मांसपेशियों में दर्द हो रहा है। ऐसे में बुखार के साथ दर्द के लिए दवा लेना घातक हो सकता है।
डेंगू के मरीजों में दर्द निवारक दवाओं से रक्तस्राव हो सकता है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सरकारी अस्पतालों में बुखार के मरीजों की डेंगू और मलेरिया की निश्शुल्क जांच कराई जा रही है, जांच की भी सुविधा है।
बुखार के साथ मांसपेशियों में हो रहा दर्द
डेंगू, मलेरिया और वायरल में तेज बुखार के साथ मांसपेशियों में दर्द हो रहा है। एसएन मेडिकल कालेज के फिजीशियन डॉक्टर मनीष बंसल ने बताया कि तेज बुखार के साथ शरीर में दर्द की समस्या से पीड़ित मरीज पैरासीटामोल के अलाव अन्य कोई टैबलेट ना लें। पैरासीटामोल से भी दर्द में राहत मिल जाती है। डेंगू के मरीजों में दर्द निवारक दवाओं से प्लेटलेट कम होने के साथ ही रक्तस्राव का खतरा रहता है।
ये हैं लक्षण
- वायरल संक्रमण- गले में खराश, सर्दी- जुकाम और बुखार
- मलेरिया - एक दिन छोड़कर बुखार आना, बच्चों में ठंड लगकर तेज बुखार आना, हीमोग्लोबिन कम होना
- डेंगू- तेज बुखार, शरीर पर लाल चकत्ते पड़ना, आंखों के आस पास दर्द होना
- टाइफाइड- पहले हल्का बुखार, चार से पांच दिन बात तेज बुखार, पेट दर्द, शरीर पर चकत्ते, मांसपेशियों में दर्द
घबराएं नहीं, ये करें
- मच्छरों से बचाव करें
- घर के अंदर कूलर, फ्रिज की ट्रे, गमले में पानी ना भरा रहने दें
- दूषित खाद्य पदार्थ और पानी का सेवन ना करें
- तरल पदार्थ का सेवन अधिक करें
- सरकारी अस्पतालों में निश्शुल्क जांच और इलाज की व्यवस्था की गई है
- खटमल सहित छोटे कीड़े पनपने पर बिस्तर का इस्तेमाल ना करें
- बारिश में नंगे पैर ना घूमें
- धूप में गद्दे, तकिया और बेडशीट सुखाएं
बुखार से पीड़ित लोगों का किया जा रहा उपचार
सीएमओ डा. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि तीन से पांच दिन बाद भी बुखार ना उतरने पर डेंगू और मलेरिया की जांच कराई जा रही है। जिन मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो रही है उनके घर पर एंटी लार्वा का छिड़काव करने के साथ ही बुखार से पीड़ित लोगों का इलाज किया जा रहा है।
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