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    Putin India Visit: PM Modi ने रूसी राष्ट्रपति को दिया अनूठा उपहार, खास पच्चीकारी के साथ आगरा में ही होता है बस ये तैयार

    By Ambuj Upadhyay Edited By: Prateek Gupta
    Updated: Sat, 06 Dec 2025 01:42 PM (IST)

    रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा में प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें आगरा में बना हस्तनिर्मित शतरंज सेट उपहार में दिया। इससे आगरा की प्रति ...और पढ़ें

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    Putin India Visit: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन को उपहार देते PM नरेंद्र मोदी।

    अम्बुज उपाध्याय, आगरा। Putin India Visit: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरा आगरा के लिए भी खास रहा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनको आगरा में तैयार हुआ हस्तनिर्मित शतरंज सेट उपहार में दिया है।

    इससे आगरा की प्रतिभा का प्रदर्शन विश्व पटल पर एक बार फिर हुआ है। तो मार्बल उत्पाद को प्रोत्साहन मिलेगा।

    मुगलकाल से शुरू हुई पच्चीकारी (इनले वर्क) ने लोगों को लुभाया है तो शहर के मार्बल, सोप स्टोन से बने उत्पादों ने भी अपनी पकड़ 35 से अधिक देशों और स्थानीय बाजार में मजबूत बनाई है।

    मार्बल के उत्पादों ने देश की सीमाओं को लांघ विदेशों में किचिन, बाथरूम, डायनिंग टेबल से लेकर शोकेश में अपना मजबूत स्थान बना लिया है। कारोबार बढ़ता गया और निर्यात ही 1200 करोड़ तक पहुंच गया है, जबकि 300 करोड़ का लोकल बाजार है।

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    Marble Chess

    मार्बल का चेस बोर्ड।

    यूराेप में आई मंदी, अमेरिकी टैरिफ से आधे से ज्यादा निर्यात को प्रभावित किया है, लेकिन रूस के राष्ट्रपति के उपहार के लिए प्रयोग होने से स्थानीय उद्यमियों में विशेष ऊर्जा का संचार हुआ है।

    निर्यातक रजत अस्थाना कहते हैं कि शहर का मार्बल् उत्पाद, इनले वर्क एक विशेष पहचान रखता है और विदेश में भी खूब मांग है। विशेष मेहमान को देने में अगर ये प्रयोग आता है तो इससे स्थानीय कारीगरों और कारोबार दोनों को प्रोत्साहन मिलता है।

    निर्यातक अनुराग मित्तल का कहना है कि मार्बल उत्पाद का भले ही अमेरिका द्वारा 50 प्रतिशत टैरिफ से निर्यात आधा प्रभावित हो गया है, लेकिन रूस के राष्ट्रपति को उपहार में देने से वैश्विक पटल पर इसका बेहतर प्रचार हुआ है।

    हमारा प्रयास है कि प्रभावित निर्यात को नए देशों का साथ देकर फिर से मजबूत स्थिति में लाएं।

    ये है आंकड़ा

    • हस्तशिल्प की दो हजार छोटी, बड़ी इकाई
    • 50 से 75 हजार लोग हैं आश्रित
    • 35 देशों से अधिक में होता है निर्यात
    • 1200 करोड़ का होता है निर्यात
    • 300 करोड़ का लोकल कारोबार

     

    ये हैं प्रमुख देश

    अमेरिका, जर्मनी, नीदरलैंड, ब्रिटेन, फ्रांस, आस्ट्रेलिया, कनाडा, जापान, इटली, यूएई, डेनमार्क, स्विटजरलैंड, इजरायल, आस्ट्रिया सहित अन्य देश हैं।

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