यूपी के इस शहर में बसाई जाएगी इंटरनेशनल वेडिंग सिटी! बैलगाड़ी से चार्टर प्लेन की बरात तक पहुंची इंडस्ट्री
आगरा में इंडियन वेडिंग इंडस्ट्रीज कान्क्लेव में विशेषज्ञों ने उत्तर प्रदेश को वेडिंग डेस्टिनेशन हब बनाने पर जोर दिया। आगरा की कनेक्टिविटी और सुविधाओं को देखते हुए इसे वेडिंग और एनिवर्सरी डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की बात कही गई। कान्क्लेव में वेड इन इंडिया के सपने को साकार करने और इको-फ्रेंडली शादियों को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई।

जागरण संवाददाता, आगरा। भारत की वेडिंग इंडस्ट्री बैलगाड़ी से चार्टर प्लेन की बरात तक पहुंच चुकी है। यदि हम शहर के माहौल, दृष्टिकोण व व्यवहार में बदलाव लाएं तो आगरा वेडिंग इंडस्ट्री का प्रमुख केंद्र बन सकता है।
आगरा की बेहतर कनेक्टविटी, एक्सप्रेसवे, रेल व हवाई मार्ग, इसे देश के सबसे उपयुक्त वेडिंग डेस्टिनेशन में बदल सकती है। सुरक्षा व सुविधाओं की दृष्टि से भी आगरा पूरी तरह तैयार है। अब समय है कि हम आगरा को वेडिंग और एनिवर्सरी डेस्टिनेशन के रूप में पहचान दें।
इंडियन वेडिंग इंडस्ट्रीज कान्क्लेव एंड एक्सपो में जुटे देशभर से विशेषज्ञ
वेडिंग इंडस्ट्रीज एसोसिएशन उप्र द्वारा आयोजित दो दिवसीय इंडियन वेडिंग इंडस्ट्रीज कान्क्लेव एंड एक्सपो-2025 के रविवार को हाेटल आइटीसी मुगल में उद्घाटन समारोह में केंद्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने यह बात कही। एसोसिएशन के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने कहा कि कान्क्लेव का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वेड इन इंडिया को साकार करना है। शादियों के लिए उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का लक्ष्य लेकर हम चल रहे हैं।
कॉन्क्लेव का लक्ष्य उप्र को देश का प्रमुख वेडिंग डेस्टिनेशन हब बनाना
प्रदेश को भारत का प्रमुख वेडिंग डेस्टिनेशन बनाना है। आगरा, अयोध्या, मथुरा, वृंदावन, वाराणसी की सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक सुविधाएं वेडिंग इंडस्ट्री को नई दिशा दे सकती हैं। महासचिव संदीप उपाध्याय ने कहा कि कान्क्लेव प्रदेश को विवाह उद्योग के नए केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
उद्घाटन समारोह में एमएलसी विजय शिवहरे, प्रोग्रामिंग कमेटी के चेयरमैन पूरन डाबर, ऋतुराज खन्ना, जयदीप मेहता, होटल आइटीसी मुगल के महाप्रबंधक संदीपन बोस, राजेश गोयल, सौरभ सिंघल, मनीष सिंघल आदि मौजूद रहे। शाम को अंतरराष्ट्रीय माडल ने रैंप शो किया। सूफी बैंड दीवान-ए-खास की प्रस्तुति आकर्षण का केंद्र रही। बालीवुड अभिनेत्री सयाली भगत व महक चहल ने वेडिंग इंडस्ट्री में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों और संस्थानों को सम्मानित किया।
एक छत के नीचे शादी की हर जरूरत का सामान
एक्सपो में वेडिंग इंडस्ट्री से जुड़े विशेषज्ञ, होटल संचालक, डेकोरेटर, फैशन डिजाइनर, फोटाेग्रॉफर व ब्यूटी एक्सपर्ट भाग ले रहे हैं। एक्सपो में एंटरटेनमेंट कंपनियां, हवाई चार्टर सेवाएं, वेडिंग प्लानर, ज्वेलरी ब्रांड्स, लाइट एंड साउंड प्रोवाइडर, लेजर साइट सेटअप, होटल ग्रुप, बैंक्वेट हाल, डेकोरेटर्स ने 50 से अधिक स्टाल लगाई हैं।
शादी में कम से कम हो वेस्टेज, घर जैसा मिले अनुभव
वेडिंग प्लानर को ग्राहक की इच्छा के साथ अपनी दूरदर्शिता का भी ध्यान रखना चाहिए। आज हर शादी में ईको-फ्रेंडली यानि कम से कम वेस्टेज वाले आयोजन की मांग बढ़ी है। साथ ही हर व्यक्ति अपनी शादी में घर जैसा स्नेहपूर्ण अनुभव चाहता है। इंडियन वेडिंग इंडस्ट्रीज कान्क्लेव एंड एक्सपो के पहले सत्र 'वेडिंग इंडस्ट्री में नवाचार और अनुभव की भूमिका' पर एलिमेंट डिजाइंस के निदेशक जगविंदर कोहली ने यह बात कही।
कॉन्क्लेव में पहले दिन हुए सत्रों में विशेषज्ञों ने की चर्चा
क्यू इवेंट्स के महाप्रबंधक ऋतुराज खन्ना ने कहा कि एक अच्छे वेडिंग प्लानर को वैवाहिक उद्योग से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी होना बेहद जरूरी है। दूसरे सत्र 'भारतीय शादियों की वैश्विक पहुंच और नए डेस्टिनेशन' में मनीष श्रीवास्तव ने कहा कि आधुनिक भारत का भाव वैदिक विचारों से जुड़ा हुआ है। हमें न्यू मार्केट और वैदिक वेडिंग्स का समावेशन करना चाहिए। काशी के घाट या हिमालय की गोद में वैदिक विवाह हमारी सांस्कृतिक पहचान बन सकते हैं।
जयदीप मेहता ने न्यूयार्क स्ट्रीट, इजिप्ट में भारतीय शादियों के अनुभव साझा किए। तीसरे सत्र 'एक राष्ट्र, एक आवाज' में राजस्थान, कर्नाटक, गुजरात और इवेंट एंड एंटरटेनमेंट मैनेजमेंट एसोसिएशन के विशेषज्ञों ने वेडिंग इंडस्ट्री को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने पर जोर दिया।
आगरा में बन सकता है प्रीमियम डेस्टिनेशन वेडिंग हब
चौथे सत्र 'शादियों का मूल आधार: उनका आतिथ्य' को होटल आइटीसी मुगल ने संचालित किया। पांचवें सत्र 'आगरा बन सकता है वेडिंग कॉरिडोर' में नीरज राठी ने कहा कि आगरा के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों को मिलाकर, हम देश और विदेश के लिए एक प्रीमियम डेस्टिनेशन वेडिंग हब विकसित कर सकते हैं। यह न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि वैवाहिक उद्योग को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।
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