केमिकल भेजने के नाम पर कारोबारी से 41 लाख रुपये की ठगी, साइबर पुलिस ने शुरू की जांच
अलीगढ़ के एक व्यापारी को केमिकल भेजने के बहाने 41.19 लाख रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया। महिला ने पानीपत की एक फर्म का हवाला देकर व्यापारी से संपर्क किया और 56 लाख रुपये में सौदा तय किया। व्यापारी ने एडवांस में 41.19 लाख रुपये भेज दिए जिसके बाद महिला और मालिक का फोन बंद हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। केमिकल भेजने के नाम पर कारोबारी से 41.19 लाख रुपये की ठगी हो गई। पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।
सासनीगेट क्षेत्र के सिंघल धर्मकांटे के सामने के निवासी कन्हैया लाल वार्ष्णेय ने बताया कि मुकुंदपुर में उनकी पराग पेंट्स एंड केमिकल के नाम से फर्म है। तहरीर में बताया कि 20 अगस्त को एक महिला की काल आई। उसने पानीपत में काव्या इंटरप्राजेज के नाम से फर्म होना बताया। खुद को केमिकल व्यापारी बताया।
फर्म का मालिक गिरीश गुप्ता और प्रबंधक सागर मेहता को बताया। उस पर विश्वास कर कन्हैया ने एमएचओ व 10 पीपीएम केमिकल की आवश्यकता बताई। महिला ने कोटेशन भेजी। इसमें 76 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब एमएचओ व 86 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से 10 पीपीएम केमिकल तय हुआ। उनका 56 लाख रुपये में सौदा हो गया। महिला व मालिक ने एजेंट राकेश व पंकज त्रिपाठी का फोन नंबर देकर कांडला पोर्ट, गुजरात में ट्रांसपोर्ट की गाड़ी भेजने को कहा।
कन्हैया ने ट्रांसपोर्ट बुकिंग की। 28 व 29 अगस्त को दोनों तरह का केमिकल एजेंटों द्वारा लोड करा दिया गया। माल की बिल्टी व इनवायस नंबर मिल गई। उसके बाद उससे 41 लाख 19 हजार 521 रुपये भेजने को कहा गया। 15 लाख 35 हजार रुपये माल पहुंचने पर देने को कहा। कन्हैया ने 28 अगस्त को 27 लाख 92 हजार 800 रुपये, 29 अगस्त को 16 लाख 26 हजार 721 रुपये खाते में भेज दिए। 29 अगस्त को महिला व मालिक का फोन बंद आने लगा। पोर्ट पर भी संपर्क किया तो उन्होंने बिना भुगतान के माल भेजने से इनकार कर दिया। इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार के अनुसार मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।
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