'ट्रेन में आतंकवादी हैं और उनके पास बम है...', बिहार के युवक ने दी सूचना और तुरंत बंद हो गया फोन; मची अफरातफरी
बिहार के भागलपुर के मोनू ने ट्रेन में सीट पाने के लिए पुलिस को बम और आतंकवादी की झूठी सूचना दी। दहशत फैलने पर यात्री उतर जाएंगे, ऐसा सोचकर उसने यह किया। पुलिस से बचने के लिए वह ट्रेन से उतर गया, पर इटावा में गिरफ्तार हो गया। जीआरपी उसके मोबाइल की जांच कर रही है। उसने सीट पाने के लिए ऐसा करने की बात स्वीकार की।
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जागरण संवाददाता, अलीगढ़। भीड़ भरे कोच में सीट पाने के लिए भागलपुर (बिहार) के मोनू ने पुलिस को ट्रेन में आतंकवादी और बम की झूठी सूचना दे दी। उसे लगा कि दहशत फैलने पर यात्री उतर जाएंगे और उसे सीट मिल जाएगी। बाद में पुलिस से बचने के लिए वह रास्ते में ही ट्रेन से उतर गया। मोबाइल भी बंद कर लिया। हालांकि, उसकी यह जुगत काम नहीं आई। इटावा से गिरफ्तार कर पुलिस ने उसे सोमवार को कोर्ट में पेश किया। यहां से उसे जेल भेज दिया गया। जीआरपी उसके दो मोबाइल फोन की कॉल डिटेल खंगाल रही है। एटीएस ने भी उससे पूछताछ की है।
कई वर्षों से दिल्ली में रह रहा मोनू छठ पूजा की समाप्ति के बाद वापसी के लिए शनिवार को भागलपुर-आनंद विहार सुपर फास्ट विक्रमशिला एक्सप्रेस के जनरल कोच में सवार हुआ था। इटावा के पास उसने अपने मोबाइल फोन से पुलिस को ट्रेन में आतंकवादी और बम होने की सूचना दी। उसने अलग-अलग फोन से पुलिस को 112 व रेलवे को 139 नंबर पर सूचना दी थी।
जसवंत नगर में ट्रेन की जांच की गई थी। इसके बाद नान स्टॉप ट्रेन को 32 मिनट अलीगढ़ स्टेशन पर रोककर जांच की गई। जांच में कुछ नहीं मिला। इसके बाद पुलिस फोन करने वाले की पहचान में जुटी। मोबाइल नंबर बंद आ रहा था।
जीआरपी के प्रभारी निरीक्षक संदीप तोमर ने बताया कि जैसे ही मोबाइल फोन ऑन हुआ तो लोकेशन के आधार पर मोनू को भरथना रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया। उसने बताया कि ट्रेन सीट हासिल करने के लिए उसने आतंकवादी और बम की झूठी सूचना दी थी। आरोपित के भागलपुर के पते की पुष्टि कराई जा रही है।

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