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    यूपी में धान क्रय केंद्रों पर तैनात होंगे नोडल अधिकारी, कालाबाजारी पर लगेगी रोक

    Updated: Mon, 27 Oct 2025 05:43 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश सरकार ने धान खरीद में पारदर्शिता लाने और कालाबाजारी रोकने के लिए धान क्रय केंद्रों पर नोडल अधिकारी तैनात करने का निर्णय लिया है। ये अधिकारी खरीद प्रक्रिया की निगरानी करेंगे, किसानों को उचित मूल्य सुनिश्चित करेंगे और कालाबाजारी पर नियंत्रण रखेंगे। इस पहल से किसानों को फसल बेचने में आसानी होगी और बिचौलियों के शोषण से मुक्ति मिलेगी।

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    धान क्रय केंद्रों पर तैनात होंगे नोडल।

    संवाद सूत्र, अंबेडकरनगर। पहली नवंबर से प्रारंभ होती धान खरीद में इस बार हर केंद्रों पर नोडल कर्मचारी नियुक्त किए जाएंगे। डीएम ने तहसील स्तरीय नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी एसडीएम को सौंपी है। खरीद बढ़ाने में किसानों के पंजीयन पर भी जोर दिया जा रहा है। अब तक 3,534 किसानों का पंजीयन हो चुका है। सौ केंद्र बनाए गए हैं और लक्ष्य को बढ़कर एक लाख 58 हजार मीट्रिक टन कर दिया गया है। गत वर्ष एक लाख 32 हजार मीट्रिक टन लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसके सापेक्ष एक लाख 53 मीट्रिक टन खरीद हुई थी।

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    जिला खाद्य विपणन विभाग खरीद प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए केंद्रों पर मशीन, फर्नीचर, बैनर, बोरा आदि पहुंचा रहा है। वहीं, राइस मिलों की जियो टैगिंग प्रक्रिया पूर्ण करते हुए चावल की अग्रिम लाट भंडार केंद्रों पर पहुंचाने के लिए पत्र प्रेषित कर दिया गया है।

    केंद्र प्रभारियों तक पाश मशीन, नमी मापन यंत्र, डस्टर आदि उपकरण पहुंचाने के लिए क्रय एजेंसियों को सौंपा जा रहा है। पंजीयन के पश्चात 887 किसानों को सत्यापन भी तहसील स्तर से किया जा चुका है। 10 बटाईदार किसानों का पंजीयन हुआ है।

    डीएम के निर्देश पर पांचों तहसीलों में एसडीएम को नोडल नामित किया गया है। अब एसडीएम अपने क्षेत्र में स्थापित क्रय केंद्रों पर राजस्व निरीक्षक एवं लेखपाल को नोडल नामित किया जाएगा। मिल से गोदाम तक चावल और केंद्र से राइस मिल तक धान पहुंचाने वाले भार वाहनों पर जीपीएस प्रणाली से लैस कर लिया गया है। इसवर्ष धान का समर्थन मूल्य सामान्य का 2,369 व ग्रेड-ए 2,389 रुपये निर्धारित किया गया है।

    अधिक से अधिक किसानों से धान खरीद हो इसलिए कृषक पंजीयन पर जोर दिया जा रहा है। तहसील स्तरीय नोडल नामित हुए हैं। खरीद पूरी पारदर्शिता के साथ किया जाएगा। -गोरखनाथ त्रिपाठी, जिला खाद्य विपणन अधिकारी।