दीवाली पर कोई भी दुर्घटना होने पर डायल करें यह नंबर, पटाखों से जलने पर इन बातों का रखें विशेष ध्यान
दीवाली खुशियों का त्योहार है, पर पटाखों से दुर्घटना का खतरा रहता है। किसी भी दुर्घटना पर तुरंत 102 या 108 नंबर डायल करें। जलने पर जले हुए हिस्से को ठंडे पानी में डालें और गंभीर रूप से जलने पर डॉक्टर से सलाह लें। पटाखे जलाते समय बच्चों को दूर रखें, खुली जगह पर जलाएं और ज्वलनशील पदार्थों से दूर रहें।

पटाखों से जलने या अन्य कोई दुर्घटना होने पर डायल करें 108।
संवाद सूत्र, फुरसतगंज (अमेठी)। दीपावली के मौके पर 108 एवं 102 एंबुलेंस सेवाएं एक काल पर उपलब्ध रहेगी। एंबुलेंस सेवा प्रदाता संस्था ने सभी एंबुलेंसों को 24 घंटे अलर्ट रहने और आवश्यकता पड़ने पर जल्द से जल्द मरीज को सेवा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। कोई भी व्यक्ति जरूरत पड़ने पर काल करके एंबुलेंस सेवा का लाभ ले सकता है।
दीपावली पर पटाखों से या दीपक से जलने की दुर्घटनाएं होने का खतरा रहता है। इसलिए दिपावली पर ढीले कपड़े पहनने से बचें। ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विसेज के ईएमएलसी हेड डॉ. दाउद हुसामी ने बताया कि पटाखे छुड़ाने के दौरान पानी नजदीक में रखें। पटाखों से जलने या अन्य कारण से जलने की स्थिति में जले हुए अंग पर सादा पानी या नल का पानी लगातार 15 मिनट तक डालें।
घाव को साफ रखें। कोई पट्टी या कपड़ा ना बांधे। किसी साफ कपड़े से जले हुए अंग को कवर करें। जले हुए अंग पर टूथपेस्ट, हल्दी, नमक, या अन्य किसी भी वस्तु का लेप न करें। तुरंत 108 एंबुलेंस को काल करें और अस्पताल पहुंचकर डाक्टर को दिखाएं।
इन समस्याओं के लिए डायल करें 108
प्रोग्राम मैनेजर संजय प्रजापति व जितेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि पटाखे से या अन्य कारण से जलने पर, रोड एक्सीडेंट या किसी अन्य प्रकार की दुर्घटना होने पर, दिल का दौरा या हार्ट अटैक होने पर, सांस लेने में तकलीफ होने पर, अचानक बेहोश होने पर, बुखार होने पर, जानवरों के काटने पर, कहीं आग लगी हो और फायर ब्रिग्रेड व एंबुलेंस की आवश्यकता हो या उपरोक्त के अलावा अन्य किसी भी प्रकार की इमरजेंसी होने पर एंबुलेंस की मदद ली जा सकती है।
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