समूह की महिलाओं के बनाए दिये से जगमग होगी दीपावली
- जरूरत के समय मास्क और अब दीवाली के लिए दीपक बना रही महिलाएं - हाथ से एक दिन में ढाई से तीन सौ दीपक का कर रही निर्माण
अमेठी : कोरोना काल में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मास्क के बाद दीपावली में उपयोग किए जाने वाले मिट्टी के दीपक बनाने के काम में जुट गई हैं। इन महिलाओं की इस पहल से सभी को आसानी से सस्ते दाम पर दीये उपलब्ध हो सकेंगे।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत लगभग प्रत्येक ग्राम सभा मे दस महिलाओं का समूह बना हुआ है। कोरोना महामारी के चलते पिछले महीने इन महिलाओं ने मास्क बनाकर लोगो को सस्ते दाम पर वितरित कराया था। इसी कड़ी में महिलाएं दीपावली में प्रयोग किए जाने वाले मिट्टी व चाक से बनने वाले दीपक मुहैया कराएंगी। महिलाओं का समूह हाथ से प्रति दिन 250 से 300 दीपक बना रही हैं तो चाक के माध्यम से 600 दीया एक दिन में बनाया जा रहा है।
- पांच रुपये में मिलेंगे दस दीपक
हाथ से बने दीपक पांच रुपये में दस तो चाक से बने मिट्टी के दीपक दस रुपये में दस मिलेंगे। समूह की विमला व संगीता बताती है कि वह पहली बार ही हाथ से दीपक बनाने का काम कर रही हैं। लेकिन, दूसरों के लिए त्योहार पर कुछ करने की खुशी भी मिल रही है। जो बहुत बड़ी है।
-बोले अधिकारी समूह की महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए शासन को पत्र भेजा गया है। दिशा निर्देश मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। महिलाएं दीपक बनाने के काम में लगी हुई हैं।
सत्यनारायण सिंह सहायक विकास अधिकारी उद्योग सेवा व्यवसाय,अमेठी
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