MSP बढ़ने से जिले के 40 हजार किसानों को होगा फायदा, 99 क्रय केंद्रों पर होगी खरीद
जिले के 40 हजार किसानों को MSP बढ़ने से फायदा होगा। सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए 99 क्रय केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है। इन केंद्रों पर किसान अपनी फसल बेचकर MSP का लाभ उठा सकेंगे, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुधरेगी। यह कदम किसानों को अधिक उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करेगा।

धान की एमएसपी बढ़ने से किसानों को मिलेगा फायदा।
जागरण संवाददाता, अमेठी। किसानों को इस बार अपनी उपज के पहले से अधिक दाम मिलेंगे। सरकार ने धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 69 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है। धान का एमएसपी बढ़ने से जिले के करीब तीन लाख 40 हजार किसानों को इसका फायदा मिलेगा। धान खरीद की तैयारी लगभग पूरी हो गई है। एक नवंबर से धान की खरीद शुरू होगी।
जिले में एक नवंबर से धान खरीद की प्रक्रिया शुरू होगी। जिले में इस बार एक लाख 40 हजार मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। किसानों से धान खरीदने के लिए 99 क्रय केंद्रों का निर्धारण किया है। इसे लेकर विपणन विभाग क्रय केंद्रों पर लगभग सभी तैयारियां पूरी कर चुका है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ने से सामान्य धान 2369 रुपये प्रति क्विंटल व ग्रेड ए धान 2389 रुपये प्रति क्विंटल रेट निर्धारित किया गया है। पिछले वर्ष सामान्य धान 2300 रुपये व ए ग्रेड धान 2320 रुपये प्रति क्विंटल था। धान का दाम बढ़ने से किसानों को अधिक मुनाफा मिलेगा और आय में वृद्धि होगी।
इन क्रय एजेंसियों के बनाए गए हैं केंद्र
खाद्य विभाग, पीसीएफ, यूपीएसएस आदि के क्रय केंद्र बनाए गए हैं। क्रय केंद्रों पर नमी मापक यंत्र, बोरा, कांटा व किसानों के लिए पेयजल व बैठने आदि की व्यवस्था कराने का निर्देश केंद्र प्रभारियों को दिया गया है।
पंजीकरण कराना आवश्यक
सरकारी क्रय केंद्रों पर धान बेचने के लिए पंजीकरण कराना अनिवार्य है। बटाईदार किसान भी धान बेचने के लिए अपने नाम से पंजीकरण कर सकते हैं। इसके लिए बटाईदार व मूल किसान के बीच लिखित सहमति पत्र, मूल किसान के भूलेख तथा उसके आधार से लिंक मोबाइल नंबर अनिवार्य किया गया है।
शासन की ओर से एमएसपी में इस बार 69 रुपये की वृद्धि की गई है। समय रहते अधिक से अधिक संख्या में किसान अपना पंजीकरण करा लें, जिससे उन्हें दिक्कतों का सामना न करना पड़े। धान का वाजिब मूल्य पाने के लिए किसान सरकारी क्रय केंद्रों पर ही अपनी उपज बेंचे, जिससे अन्नदाताओं की आय में वृद्धि हो सके। बिचौलियों के बहकावे में बिल्कुल न आएं। -प्रज्ञा मिश्रा, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी।
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