Amroha News: फिर बैठी रामगंगा पोषक नहर के पक्के पुल की एप्रोच सड़क, मंडराया खतरा, तीसरी बार हुई घटना
अमरोहा के खादर क्षेत्र में रामगंगा पोषक नहर पर चकनवाला-शीशेवाली के बीच बने पुल की एप्रोच तीसरी बार धंस गई। घटना के बाद भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया गया है। दो साल पहले बने इस पुल का अभी शुभारंभ भी नहीं हुआ है लेकिन वाहनों का आवागमन जारी है। पुल का निर्माण उत्तर-प्रदेश राज्य सेतु निगम ने कराया है।

जागरण संवाददाता, अमरोहा। खादर क्षेत्र में रामगंगा पोषक नहर के ऊपर गांव चकनवाला-शीशेवाली के बीच बने पक्के पुल की एप्रोच एक बार फिर धंस गई है।
गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। इससे वाहनों के आवागमन के लिए खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। यह घटना लगभग दो साल में तीसरी बार हुई है।
बता दें कि लगभग दो साल पहले रामगंगा पोषक नहर के ऊपर पक्का पुल बना था। अभी इस पुल का विधिवत शुभारंभ भी नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों इस पुल का शुभारंभ प्रस्तावित है।
हालांकि, वाहनों का आवागमन चल रहा है। इस क्रम में गुरूवार की शाम में इस पुल की गांव चकनवाला की तरफ चढ़ने वाली एप्रोच सड़क धंस गई। इससे हलचल मच गई। गांव के लोगों की भीड़ जुट गई और फिलहाल वहां पर भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया गया है।
इस पुल का निर्माण उत्तर-प्रदेश राज्य सेतु निगम की गाजियाबाद इकाई द्वारा करवाया गया मगर, एप्रोच सड़क का ठेका एमएस मसूद नामक ठेकेदार की कंपनी को दिया गया था।
खास बात यह है कि यह सड़क पहली बार नहीं बल्कि इससे पहले भी दो बार सड़क धंस चुकी है। उस समय पर भी शिकायत होने के बाद सही करवाया गया था।
पुल के एप्रोच सड़क बैठने का मामला अभी संज्ञान में नहीं आया है। हो सकता है कि कार्यदायी संस्था सेतु निगम को बताया गया हो। फिर वह अपने स्तर से इस मामले को दिखवाती हैं।
-विभा श्रीवास्तव, एसडीएम, मंडी धनौरा
छह करोड़ 18 लाख रुपये की लागत से बना पुल
रामगंगा पोषक नहर पर उत्तर-प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड के माध्यम से सेतु निर्माण इकाई गाजियाबाद के जरिये पुल का कार्य कराया जा रहा है। लगभग छह करोड़ 18 लाख 39 हजार रुपये की लागत से इस पुल का निर्माण हुआ है।
भाजपा की सरकार बनने के बाद क्षेत्रीय विधायक राजीव तरारा ने यहां मांग न सिर्फ विधानसभाओं में उठाई बल्कि पुल की मंजूरी कराकर काम भी शुरू करवाया था। यह पुल 70.84 मीटर लंबा है।
इन गांवों को जोड़ता है ये पुल
दारानगर, चकनवाला, शीशोवाली, ढाकोवाली, मंदिर वाली भुड्डी, रमपुरा, सुल्तानपुर, लंगड़े वालों मुडी, टीकोवाली, लाला वाली, मीरापुर, देवी वाली, विशावली आदि।
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