विवेचना में लापरवाही पर एसपी ने लिया एक्शन, निरीक्षक अपराध व एसएसआइ निलंबित
अमरोहा में प्रॉपर्टी डीलर और हैंडलूम कारोबारी की आत्महत्या के मामलों में लापरवाही बरतने के आरोप में दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। आरोप है कि उन्होंने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जिससे वे कोर्ट से स्टे ले आए। मृतकों ने आत्महत्या से पहले वीडियो में कई लोगों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए थे जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया था।

जागरण संवाददाता, अमरोहा। शहर के चर्चित प्रापर्टी डीलर व हैंडलूम कारोबारी की आत्महत्या के दोनों मामलों की विवेचना कर रहे निरीक्षक अपराध व एसएसआइ को पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है।
दोनों पर विवेचना में लापरवाही बरतने तथा आरोपितों से हमसाज होने का आरोप लगा था। दोनों ने आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया था। जिसके चलते आरोपित गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट से स्टे ले आए थे।
नगर के मुहल्ला नल नई बस्ती निवासी हैंडलूम कारोबारी गुफरान ने 24 अगस्त को घर पर ही कमरे में फंदे पर लटक कर जान से दे दी। आत्महत्या से पहले उसने वीडियो भी बनाया था। यह वीडियो तीन दिन बाद स्वजन के हाथ लगा था।
वीडियो में गुफरान ने आरोप लगाया था कि मुहल्ला कोट निवासी फजल, मुहल्ला सराय कोहना निवासी सोनू कबाब वाला, बबलू व मोहसिन, मुहल्ला चाहमुल्लान निवासी अयूब बावर्ची, मुहल्ला बटवाल निवासी तंजीम बेग, मुहल्ला तलवार शाह निवासी सलीम और भाभी सना की प्रताडना से तंग आकर वह आत्महत्या कर रहा है। इस मामले में गुफरान के पिता अताउल्लाह की तहरीर पुलिस ने सभी आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली थी।
मामले की विवेचना एसएसआइ अभिलाष प्रधान कर रहे थे। हालांकि पुलिस न आरोपित सना को जेल भेज दिया था। परंतु उसके अलावा किसी को गिरफ्तार नहीं किया था। मृतक के स्वजन एसएसआइ पर आरोपितों से हमसाज होने का आरोप लगा रहे थे।
उनका कहना था कि विवेचक की लापरवाही के चलते आरोपित हाईकोर्ट से स्टे ले आए हैं। इसकी शिकायत उन्होंने एसपी अमित कुमार आनंद से की थी। लिहाजा मंगलवार को एसपी ने अभिलाष प्रधान को निलंबित कर दिया है।
वहीं दूसरा मामला भी नगर कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला घेर पछैंया का है। 11 सितंबर को यहां रहने वाले पीएसी से सेवानिवृत्त सीओ ताहिर उस्मानी के बेटे राहिल उस्मानी ने घर में ही फंदे पर लटक कर आत्महत्या कर ली थी।
राहिल ने भी आत्महत्या करने से पहले 15 मिनट की वीडियो बनाकर प्रसारित की थी। राहिल ने अपनी मौत का जिम्मेदार कारोबारी मोहम्मद ताहिर, आसिफ नमकीन, प्रापर्टी डीलर सतवंत व उसके बिचौलिया बब्बू चिकन को ठहराया था।
राहिल ने मोहम्मद ताहिर पर जमीन खरीद-फरोख्त के दौरान डेढ़ करोड़ रुपये हड़पने तथा आसिफ नमकीन पर दो लाख का कर्ज देकर 80 लाख रुपये का ब्याज वसूलने का गंभीर आरोप था। इसके अलावा सतवंत व बब्बू भी जमीन की खरीद-फरोख्त से जुड़े पैसों को राहिल को लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। पुलिस ने चारों आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की थी।
इस मामले की विवेचना निरीक्षक अपराध रणदीप पुंडीर कर रहे थे। उन पर भी आरोपितों से हमसाज होने का आरोप है। क्योंकि उन्होंने किसी भी आरोपित को गिरफ्तार करने का प्रयास नहीं किया था। लिहाजा वह भी हाईकोर्ट से स्टे ले आए।
विवेचना में लापरवाही बरतने पर नगर कोतवाली के निरीक्षक अपराध रणदीप पुंडीर व एसएसआइ अभिलाष प्रधान को निलंबित कर दिया गया है। अब आत्महत्या के दोनों प्रकरण की विवेचना प्रभारी निरीक्षक पंकज तोमर को सौंपी है।
-अमित कुमार आनंद, एसपी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।