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    करोड़ों का स्क्रैप व्यापार: बोगस फर्म बनाकर GST चोरी का बड़ा खुलासा, जांच में मौके पर नहीं मिली 'शिव ट्रेडिंग कंपनी'

    Updated: Sat, 22 Nov 2025 05:20 PM (IST)

    बड़ी कार्रवाई: अमरोहा में GST चोरी करने वाली बोगस फर्म पर राज्य कर विभाग ने शिकंजा कसा। करोड़ों के फर्जी ITC क्लेम और बिक्री घोषित करने पर प्रोपराइटर के खिलाफ FIR दर्ज। अन्य 24 संदिग्ध फर्मों की भी जांच जारी है।

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    प्रतीकात्‍मक च‍ित्र

    जागरण संवाददाता, अमरोहा। स्क्रैप के व्यापार को ट्रेडिंग कंपनी बनाई गई और करोड़ों रुपये की बिक्री भी घोषित की गई लेकिन, जांच में फर्जीवाड़े की पोल खुल गई। मुरादाबाद की एसआइबी को पड़ताल में मौके पर कोई फर्म नहीं मिली। मोबाइल नंबर भी गलत पाए गए। बोगस फर्म बनाकर जीएसटी चोरी कर व्यापारी ने सरकार को राजस्व का चूना लगाया। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य कर अधिकारी खंड-1 देवकरण सिंह ने ट्रेडिंग कंपनी के खिलाफ हसनपुर कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए तहरीर दी है।

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    श्री जीवन राम श्री पुरखाराम निवासी तोताराम की धानी, बाबर मगरा वार्ड नंबर 19 जिला जैसलमेर-345001, राजस्थान द्वारा सर्वश्री शिव ट्रेडिंग कंपनी से स्क्रैप के व्यापार के लिए अपने पेन नंबर पर जीएसटी के तहत 21 जून 2020 से प्रभावी पंजीयन केंद्रीय क्षेत्राधिकार (सीजीएसटी) में प्राप्त किया गया है। जीवनराम ने पंजीयन प्राप्त करते समय अपपने दो मोबाइल नंबर व ईमेल आईडी भी दी थी। व्यापार का मुख्य स्थल गजरौला रोड हसनपुर बिल्डिंग नंबर-H NO 12, जिला अमरोहा में स्थित बताया है।

    राज्य कर विभाग मुरादाबाद की विशेष अनुसंधान शाखा के अधिकारियों ने जब 23 सितंबर 2021 को घोषित व्यापार स्थल की जांच की तो पता चला कि घोषित व्यापार स्थल पर स्थित साइकिल व टायर की दुकान मिली। अन्य दुकानदारों से फर्म के बारे में पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि शिव ट्रेडिंग कंपनी नाम की कोई फर्म नहीं है। अन्य दुकानदारों से भी फर्म के बारे में जानकारी की गई तो सभी ने उसके होने से मना कर दिया।

    जबकि व्यापारी द्वारा वित्तीय वर्ष 2020-21 में 2,25,34057 रुपये की बिक्री की गई है तथा 2021-22 में 12,62,26,368 की बिक्री घोषित की गई है। वर्ष 2020-21 में कंपनी द्वारा फर्म एम/एस मकसूद सेल्स कारपोरेशन से खरीद की गई तथा वर्ष 2021-22 में फर्म एम/एस मकसूद सेल्स कारपोरेशन व एम/एस प्रसाद इंटरप्राइजेज से खरीद की गई। जबकि दोनों फर्मों द्वारा संगत वित्तीय वर्ष में कोई खरीद नहीं की गई।

    इससे स्पष्ट हुआ है कि माल का भौतिक परिवहन व हस्तानांतरण किए बिना बोगस इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) क्लेम व हस्तानांतरित की जा रही है। जिससे सरकार को राजस्व प्राप्त नहीं हो रहा है। षड्यंत्र करते जीएसटी चोरी की जा रही है। जिस पर राज्य कर अधिकारी खंड-1 ने श्री जीवनराम स्वामी सर्वश्री शिव ट्रेडिंग कंपनी के खिलाफ तहरीर दी है।

    मोबाइल नंबर दूसरे राज्यों के निकले

    जांच के दौरान अधिकारियों ने व्यापारी द्वारा जीएसटी पोर्टल पर घोषित मोबाइल नंबरों पर सीयूजी नंबर से काल की तो काल रिसीव करने वाले व्यक्ति ने अपना नाम अश्वनी पता फतेहगढ़ चंडीगढ़ तथा खुद को छात्र बताया। 15 दिन पहले नंबर लिए जाने की बात कही। किसी जीवनराम को नहीं जानना बताया। दूसरे नंबर पर काल की तो वह स्वीच आफ था। ट्रूकालर एप पर गुजराज लिखकर आ रहा था। आस-पास के दुकानदारों ने प्रोपराइटर के फोटो पहचानने से भी इन्कार कर दिया।

    अन्य बोगस फर्मों की भी चल रही जांच

    बोगस फर्मों के जरिए जीएसटी चोरी के अन्य प्रकरणों की भी वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है। दो दर्जन से अधिक फर्म ऐसी सामने आई हैं। जांच पड़ताल के बाद उनके खिलाफ भी कार्रवाई करने की बात अधिकारियों द्वारा कही जा रही है।

     

    कुछ फर्म शक के दायरे में आई हैं। उनकी गहनता के साथ जांच की जा रही है। जीएसटी चोरी या फर्जीवाड़ा पाए जाने पर उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

    - महेश चंद्र, डीसी वाणिज्य कर विभाग


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