SIR Update: औरैया में एसआईआर में लापरवाही पर गिरी गाज, नलकूप सहायक और महिला शिक्षक को निलंबन का आदेश
औरैया में एसआईआर में लापरवाही के चलते नलकूप सहायक और महिला शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर यह कार्रवाई हुई है। विभाग ने जांच में लापरवाही की पुष्टि होने के बाद यह कदम उठाया, ताकि सरकारी कार्यों में पारदर्शिता बनी रहे।

जागरण संवाददाता, औरैया। एसआइआर में लापरवाह रवैया बरतने पर शुक्रवार दोपहर बैठक के दौरान डीएम ने नलकूप सहायक व महिला शिक्षक के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों के साथ अन्य लोगों को चेताया। कहा कि निर्धारित कार्यस्थल पर कार्य संपादन को लेकर सभी संबंधित आवश्यक मूलभूत व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराए।
डीएम डा. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने जूम मीटिंग पर कार्यों की समीक्षा करते हुए विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम (एसआइआर) की समीक्षा के दौरान कार्य में गति न आने पर अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने समस्त सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को निर्देशित किया। कहा कि वह अपने-अपने निर्धारित कार्य संपादन हेतु किए गए निर्धारित कार्य स्थल पर अपने से संबंधित बीएलओ की शाम 4 बजे उपस्थिति सुनिश्चित कराते हुए उनके द्वारा किए जा रहे कार्य की समीक्षा किए जाने में साथ-साथ प्राप्त गणना प्रपत्रों की डिजिटाइलेशन करते हुए प्रगति सुनिश्चित कराए। जिससे कार्य शीघ्र समय अंतर्गत पूर्ण हो सके।
जिलाधिकारी ने कार्य में सहयोगी के रूप में तैनात किए गए कार्मिकों की निर्धारित कार्य स्थल पर विभागीय अधिकारी उपस्थिति सुनिश्चित कराते हुए कार्य में किये जा रहे सहयोग की समीक्षा सुनिश्चित करें और यदि ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी निर्धारित स्थल पर नहीं पहुंचता अथवा कार्य में सहयोग नहीं करता है तो प्रभारी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी का स्वयं निर्वहन करें और संबंधित के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने बूथ संख्या 183 जैतपुर फफूंद पर तैनात नलकूप चालक चंद्रपाल तथा बूथ संख्या 57 टीकमपुर पर तैनात सहायक अध्यापिका सुधा वर्मा द्वारा निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण में कार्य में रुचि न लेते हुए जिम्मेदारी का निर्वहन न करने पर संबंधित के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही करते हुए अधिशासी अभियंता नलकूप तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को उक्त को निलंबन किए जाने के निर्देश दिए।
विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह आइजीआरएस एवं सीएम हेल्पलाइन के प्राप्त शिकायती व समस्या संबंधी आवेदन पत्रों के निस्तारण में रुचि लेते हुए गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कर संतुष्टि प्रतिशत 70 प्रतिशत से अधिक करना सुनिश्चित करें जिससे आमजन को अपनी समस्याओं से निजात मिले और जनपद की रैंकिंग में भी आशातीत बढ़ोतरी हो सके।

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