'साहब बीमार हूं...पति इलाज नहीं करा रहे', समाधान दिवस पर महिला की बात सुन भावुक हुए अधिकारी; दिए सख्त निर्देश
एक महिला ने समाधान दिवस पर अपनी बीमारी और पति द्वारा इलाज न कराए जाने की शिकायत की। अधिकारी महिला की पीड़ा सुनकर भावुक हो गए और तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि महिला को न्याय मिले और लापरवाही के लिए पति को दंडित किया जाए।

समाधान दिवस पर शिकायतकर्ताओं ने बताई परेशानियां।
जागरण टीम, अयोध्या। दोपहर के एक बजे कुमारगंज थाना में समाधान दिवस चल रहा है। तभी गोद में छोटा बच्चा लेकर तिंदौली निवासी ताजुल निशा पहुंचती हैं। शिकायत सुन रहे नायब तहसीलदार के पास जाकर वह कहती हैं कि साहब आठ दिन से बीमार हूं...। मेरे पास दवा कराने का पैसा नहीं है, जब पति हमीद से इलाज कराने के लिए कहती हूं तो वह मुझे मारते हैं। साहब, मैं अपने मायके जाना चाहती हूं, लेकिन मेरे पति मुझे वहां भी नहीं जाने दे रहे हैं। यह बात बताते हुए ताजुल रोने लगती हैं।
महिला की इस बात को सुनकर वहां मौजूद अन्य शिकायतकर्ता व लेखपाल भी भावुक हो गए। शिविर में उपस्थित उपनिरीक्षक धनीराम वर्मा ने महिला उपनिरीक्षक पूजा रैकवार से ताजुल के घर जाकर मामले के निस्तारण का निर्देश दिया।
दूसरा मामला बहबरमऊ गांव के बाबूराम का था। बाबूराम का आरोप है कि उनके पड़ोसी आबादी की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। उन्होंने इसकी शिकायत भी की, लेकिन वह मान नहीं रहा है। उन्होंने अवैध कब्जे पर रोक लगाने की मांग की, जिस पर जांच का निर्देश दिया गया।
साहब अवैध निर्माण पर रोक लगवाएं
मिल्कीपुर के इनायतनगर थाना पहुंचे नौसढ़िया पूरे डीह बीरबल निवासी दीपांकर तिवारी ने कहाकि उनकी बाग भूमि में एक व्यक्ति अवैध निर्माण करा रहा है। उसका बाग में कोई हिस्सा नहीं है। थाने में शिकायत की गई, लेकिन निर्माण रोका नहीं जा रहा है। इस पर थानाध्यक्ष ने कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
पाराब्रह्मान निवासी राजितराम ने बताया कि दीपावली के दिन अयोध्या-रायबरेली हाईवे पर तेज रफ्तार बुलेट ने उनकी मांं को टक्कर मार दी जिससे उनकी मृत्यु हो गई। उन्होंने बुलेट चालक पर कार्रवाई की मांग की, जिस पर थानाध्यक्ष रतन कुमार शर्मा ने प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई का निर्देश दिया।
राजस्व विवाद से जुड़े प्रकरण रहे अधिक
शनिवार को जिले के सभी थानों पर संपन्न हुए समाधान दिवस में राजस्व विवाद से जुड़े प्रकरण अधिक रहे। रौनाही थाना में आए दो प्रार्थनापत्र भूमि विवाद से जुड़े रहे। खंडासा थाना में आठ, रुदौली में सात, पटरंगा में 12, मवई में पांच, बाबा बाजार में तीन, पूराकलंदर में दस प्रकरण भूमि विवाद से संबंधित रहे। कोतवाली नगर, अयोध्या, कैंट, बीकापुर, हैदरगंज, तारुन सहित अन्य थानों में भी राजस्व विवाद से संबंधित प्रार्थना पत्र अधिक प्रस्तुत हुए।

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