Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सरकारी योजना में सेंधमारी! अयोध्या में 1448 मृत किसानों के खातों से वापस हुई सम्मान निधि की धनराशि

    Updated: Mon, 03 Nov 2025 09:30 AM (IST)

    अयोध्या में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में 33 हजार अपात्र किसान मिले हैं, जिनसे वसूली होनी है। अभी तक 1448 मृतक किसानों से सम्मान निधि की धनराशि वापस हुई है, क्योंकि उनके परिवार के सदस्यों को लाभ लेने के लिए यह अनिवार्य है। केंद्र सरकार किसानों को सालाना 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करती है, जिससे जिले के सवा चार लाख से अधिक किसान लाभान्वित हैं।

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, अयोध्या। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में अपात्र मिले किसानों की संख्या वैसे तो 33 हजार है। केंद्र सरकार के दोबारा सत्यापन कराने से इनसे धनराशि की रिकवरी नहीं हो सकी। उप निदेशक कृषि डा. पीके कनौजिया के अनुसार दोबारा सत्यापन चल रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    16 नवंबर के बाद अपात्र किसानों की सही तस्वीर सामने आएगी। उसी के बाद शासकीय धनराशि की रिकवरी शुरू हो सकेगी। इसके पीछे केंद्र सरकार की मंशा सिर्फ अपात्रों से ही वसूली करना है। बताया, अभी तक 1448 किसानों से सम्मान निधि की धनराशि वापस हो गई है। ये अपात्र किसानों की श्रेणी में नहीं आते।

    ये वे किसान हैं, जिनका निधन हो गया है। परिवार के अन्य सदस्यों को किसान सम्मान निधि का लाभ लेने के लिए मृत्यु के उपरांत, जिनको सम्मान निधि किस्त की मिली है, अगर वापस नहीं करते तो परिवार के जिन सदस्यों को उस भूमि की वरासत हुई है, तो पोर्टल उसे नहीं स्वीकारता है।

    ऐसे में जारी किस्त की धनराशि वापस कराने के बाद ही उनका सम्मान निधि के लिए आवेदन पोर्टल मान्य करता है। केंद्र सरकार की ओर से काश्तकार किसानों को वर्ष में छह हजार रुपये तीन किस्तों में दो-दो हजार रुपये कर बैंक अकाउंट में भेजे जाते हैं। जिले में किसान सम्मान निधि पाने वाले किसानों की संख्या सवा चार लाख से अधिक है। इन्हें सम्मान निधि का लाभ मिलता है। वैसे जिले में किसानों की संख्या साढ़े पांच लाख से अधिक है।