Ayodhya: सीता को ब्याह कर अयोध्या पहुंचे श्रीराम, स्वागत में फूलों की वर्षा हुई, त्रेता युग जैसा सत्कार... अद्भुत नजारा
जनकपुर से अयोध्या लौटी भगवान श्रीराम की बारात का स्वागत पूरे नगर ने श्रद्धाभाव से किया। शोभायात्रा में शामिल रथों पर सवार श्रीराम माता जानकी और उनके त ...और पढ़ें

लवलेश कुमार मिश्र, अयोध्या। ‘जनकपुर से आई राम की बारात, चला परछन चली सखियां...’, ‘करा परछन की तैयारी राम गवना लईके आईगे...’ ‘दूल्हा अवध किशोर हे, परछन चलुं सखियां...’ जैसे मंगलगीत बज रहे हैं। ढोल-नगाड़े की थाप पर कोई नाच रहा तो कोई गा रहा है। आतिशबाजी की जा रही है। महिलाएं झूम रही हैं। वेदपाठी मंत्रोच्चार कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही अद्भुत दृश्य मंगलवार की दोपहर अयोध्याधाम में था।
ये अवसर था जनकपुर से लौटी प्रभु श्रीराम की बारात के स्वागत का, जिसमें पूरे नगर के लोग श्रद्धाभाव से सम्मिलित हो पुष्पवर्षा कर रहे थे। पूरा दृश्य देख ऐसा लग रहा था कि जैसे अयोध्या में त्रेता युग उतर आया हो।
विवाह पंचमी तिथि पर छह दिसंबर को श्रीसीताराम विवाहोत्सव के उपरांत माता जानकी व तीनों अनुजों के साथ जनकपुर से लौटे भगवान श्रीराम व उनके बारातियों का मंगलवार को रामनगरी के साधु-संतों व समस्त नर-नारियों ने भव्य अभिनंदन किया।
शोभायात्रा पर लोग फूलों की वर्षा कर रहे थे
विश्व हिंदू परिषद की ओर से हुए आयोजन में सर्वप्रथम दोपहर डेढ़ बजे साकेत महाविद्यालय से श्रीराम, माता जानकी व अपने तीनों अनुजों भरत, लक्ष्मण व शत्रुघ्न के साथ दो रथ पर सवार होकर रामपथ से गुजरते हुए नगर भ्रमण के लिए निकले। एक अलग रथ पर गुरु विश्वामित्र व गुरु वशिष्ठ सवार थे।
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शोभायात्रा जिधर से गुजर रही थी, लोग पुष्पवर्षा कर अभिनंदन कर रहे थे। लगभग दो बजे शोभायात्रा बिड़ला धर्मशाला के सामने स्थित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय के सामने पहुंची तो यहां राम मंदिर के ट्रस्टी डॉ. अनिल कुमार मिश्र व व्यवस्थापक गोपाल राव की अगुवाई में बड़ी संख्या में साधु-संत, ट्रस्ट के कर्मी आदि प्रतीक्षा करते मिले।
बारात पहुंचते ही महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी, एसएसपी राजकरन नय्यर, एसपी सुरक्षा बलरामाचारी दुबे, जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि आलोक सिंह रोहित, पूर्व पार्षद व हनुमानगढ़ी से जुड़े महंत रमेशदास, भाजपा नेता परमानंद मिश्र, शैलेंद्र शुक्ल आदि ने श्रीसीताराम विवाहोत्सव समिति के संयोजक व विहिप के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज व अन्य पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।
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शोभायात्रा के भ्रमण के दौरान जमकर आतिशबाजी हुई
इस दौरान खूब आतिशबाजी हुई। आसमान में रंग-बिरंगे पटाखे फोड़े गए। ट्रस्ट के महिला-पुरुष कर्मियों व पदाधिकारियों ने जमकर नृत्य किया। महापौर, एसएसपी, एसपी सुरक्षा, मंदिर ट्रस्टी व अन्य ने रथ पर सवार भगवान राम व अन्य भाइयों की आरती उतारी और माला पहना कर स्वागत किया।
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स्वागत से अभिभूत बाराती भगवान राम के रथ को लेकर हनुमानगढ़ी, छोटी देवकाली मंदिर के सामने से होते हुए लता मंगेशकर चौक की ओर बढ़े तो रास्ते भर जगह-जगह स्वागत-सत्कार के लिए लोग खड़े मिले। कोई फूल वर्षा कर रहा था तो कोई श्रद्धाभाव से दोनों हाथ जोड़ भगवान के आगे नतमस्तक हो रहा था। नगर भ्रमण करते हुए लगभग सवा तीन बजे शोभायात्रा कारसेवकपुरम स्थित भरत कुटी पहुंची तो चारों भाइयों और उनकी पत्नियों के स्वरूपों की पूरे विधि-विधान से आरती उतारी गई।
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जनकपुर से लौटी बारात ने विद्याकुंड में किया रात्रि विश्राम
भगवान राम के 18 नवंबर को तिलकोत्सव के उपरांत 26 नवंबर को अयोध्यावासी जनकपुर में बारात लेकर गए थे। वहां विभिन्न वैवाहिक रस्मों की अदायगी के बाद छह दिसंबर को जानकी मंदिर के प्रांगण में विवाह पंचमी तिथि पर माता जानकी से भगवान राम का विवाह संपन्न हुआ। जनकपुर से विदाई के उपरांत बारात सोमवार की शाम अयोध्या लौट आई थी।
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बारातियों ने भगवान राम के साथ विद्याकुंड स्थित परमहंस शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थान में रात्रि विश्राम किया। यहां पूर्व महापौर ऋषिकेश उपाध्याय के नेतृत्व में बारातियों का अभिनंदन किया गया और भोजन आदि की व्यवस्था की गई। मंगलवार सुबह नगर भ्रमण के पश्चात बाराती अपने गंतव्य को रवाना हुए।
राम के स्वागत में सड़कों पर उतर आए दर्शनार्थी
राम मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए जा रहे या लौट रहे दर्शनार्थी रथ पर सवार हो रामपथ से गुजरते भगवान राम को देख शोभायात्रा में सम्मिलित हो गए और भगवान राम व उनके अनुजों के स्वागत में मारे खुशी के नाचने-गाने लगे। कोई फोटो खिंचाने लगा तो कोई ताली बजा मंगलगीत का गायन करने लगा।
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प्रसाद पाने के लिए मची होड़, पुलिस ने किया नियंत्रित
बारात की शोभायात्रा के पीछे चल रही ट्रॉली से भक्तों को प्रसाद वितरण किया जा रहा था। बिड़ला धर्मशाला के सामने आयोजित कार्यक्रम के अंत में जब प्रसाद वितरित किया जाने लगा तो उसे पाने के लिए भक्तों में होड़ मच गई। रामपथ की दूसरी लेन पर ट्रैफिक गतिमान था, इस कारण किसी अनहोनी से बचने के लिए पुलिसकर्मियों ने पहले भीड़ नियंत्रित की, फिर ट्रॉली आगे बढ़वा दी।
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