राम मंदिर ट्रस्ट को छह महीने के अंदर ही लगा दूसरा आघात, बिमलेंद्र मिश्र के निधन से ट्रस्ट में अब दो पद हो गए रिक्त
अयोध्या राज परिवार के मुखिया बिमलेंद्र मोहन मिश्र के निधन से राम मंदिर ट्रस्ट में दो पद खाली हो गए हैं। इससे पहले बिहार का प्रतिनिधित्व करने वाले कामेश्वर चौपाल का निधन हुआ था। ट्रस्ट की आगामी बैठक में रिक्त पदों पर मनोनयन पर विचार किया जाएगा। ट्रस्ट को कम समय में दो सदस्यों को खोने से दुख हुआ है।

लवलेश कुमार मिश्र, अयोध्या। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को छह माह के भीतर ही दूसरा बड़ा आघात पहुंचा है। इसी वर्ष सात फरवरी को गुर्दा संबंधी बीमारी से संघर्ष करने के बाद बिहार का प्रतिनिधित्व करने वाले सदस्य कामेश्वर चौपाल का निधन हो गया था तो अब अयोध्या राज परिवार के मुखिया बिमलेंद्र मोहन मिश्र के असामयिक निधन से ट्रस्ट को बड़ी क्षति पहुंची है। कुछ महीने के अंतराल पर दो वरिष्ठ सदस्यों के निधन से अब 15 सदस्यीय राम मंदिर ट्रस्ट में अध्यक्ष व महासचिव के साथ 13 सदस्य शेष हैं। नौ सितंबर को प्रस्तावित ट्रस्ट की बैठक में न केवल अपने दिवंगत साथी को श्रद्धासुमन अर्पित किया जाएगा, बल्कि रिक्त पद पर मनोनयन के संबंध में भी चर्चा हो सकती है।
लंबी अदालती लड़ाई के बाद जब नौ नवंबर 2019 को सर्वोच्च न्यायालय ने अपने ऐतिहासिक निर्णय से जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया था, तब केंद्र सरकार ने उस निर्णय के आलोक में मंदिर निर्माण व अन्य समस्त गतिविधियों के सुगम संचालन के लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन किया था। वैसे तो यह ट्रस्ट पांच फरवरी 2020 को अस्तित्व में आया, परंतु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सर्वप्रथम जिन सदस्यों के नामों की घोषणा की थी, उनमें अयोध्या राज परिवार के मुखिया बिमलेंद्र मोहन मिश्र भी सम्मिलित रहे। यद्यपि उनके नाम की घोषणा से पूर्व ही उन्हें केंद्र सरकार के निर्देश पर तत्कालीन मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल ने रामजन्मभूमि परिसर के रिसीवर का प्रभार सौंप दिया था।
गठन के बाद जब श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सभी सदस्यों के नामों की घोषणा हुई थी तो श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष व मणिरामदास जी की छावनी के महंत नृत्य गोपालदास को अध्यक्ष, चंपतराय को महासचिव व स्वामी गोविंद देव गिरि को कोषाध्यक्ष बनाया गया था।
इसके अलावा वरिष्ठ अधिवक्ता व पद़्मश्री के. परासरण संस्थापक सदस्य और जगद्गगुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, पेजावर मठ के पीठाधीश्वर स्वामी प्रसन्नतीर्थ, स्वामी परमांनद गिरि, निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेंद्रदास, संघ के पुराने पदाधिकारी व बिहार निवासी कामेश्वर चौपाल, मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष व पूर्व आइएएस नृपेंद्र मिश्र, अयोध्या राजपरिवार के मुखिया बिमलेंद्र मोहन मिश्र व डा. अनिल कुमार मिश्र सदस्य बनाए गए। इसके साथ केंद्र में संयुक्त सचिव ज्ञानेश कुमार, पूर्व आइएएस अवनीश अवस्थी व तत्कालीन जिलाधिकारी को पदेन सदस्य बनाया गया।
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के कुछ महीने उपरांत ही अनुसूचित वर्ग और बिहार राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ सदस्य कामेश्वर चौपाल का इसी वर्ष सात फरवरी को लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया तो शनिवार रात्रि अयोध्या राज परिवार के मुखिया बिमलेंद्र मोहन मिश्र का देहावसान हो गया। छह माह में ही दो सदस्यों को खोने के बाद अब 15 सदस्यीय ट्रस्ट में 13 सदस्य बचे हैं। अब ट्रस्ट में दो सदस्यों के रिक्त पद पर मनोनयन किया जाएगा। जानकार बताते हैं कि यह सदस्यों की आपसी सहमति से भी तय किया जा सकता है। नौ सितंबर को ट्रस्ट की त्रैमासिक बैठक होने जा रही है कि तो इस पर भी चर्चा संभावित है।
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