ओलिंपिक पदक विजेता ललित उपाध्याय ने आजमगढ़ में हाकी खिलाड़ियों को किया प्रेरित
हाकी खिलाड़ी ललित उपाध्याय ने तरवां में चंद्रदीप सिंह हॉकी एकेडमी के खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि सीमित संसाधनों में भी असीमित सपने होने चाहिए। लक्ष्य पाने के लिए खिलाड़ी में भूख होनी चाहिए। उन्होंने एकेडमी के बच्चों के जज्बे की सराहना की और उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए प्रोत्साहित किया।

जागरण संवाददाता, (तरवा) आजमगढ़। दो बार हाकी खेल के ओलिंपिक पदक विजेता टीम के सदस्य रहे ललित उपाध्याय ने कहा कि संसाधन भले सीमित हो,लेकिन सपने असीमित होने चाहिए लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए खिलाड़ी के पास भूख होनी चाहिए। इन प्रयासों से वह अपना मुकाम हासिल कर लेगा।
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ललित उपाध्याय चौरी बेलहा पीजी कालेज तरवां में चंद्रदीप सिंह हाकी एकेडमी के खिलाड़ियों को संबोधित कर रहे थे अचानक तरवां चौरी बेलहा पी जी कालेज में एकेडमी के बच्चों से मिलने पहुंचे। गोल करने की अद्भुत क्षमता वाले एक स्वाभाविक प्लेमेकर, ललित उपाध्याय ने कहा कि इन खिलाड़ियों और एकेडमी को संचालित करने वाले प्रबंधक प्रभाकर सिंह से मिलकर बहुत खुश हूं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि यह बच्चे अगर पूरे जज्बे के साथ इस खेल को खेलते रहे तो यह भी एक दिन नेशनल इंटरनेशनल और ओलिंपिक खेल में शिरकत करेंगे।
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एक सवाल के जबाब में भारत के लिए 183 मैच और 67 गोल करने वाले ललित उपाध्याय ने कहा कि टैलेंट ग्रामीण क्षेत्रों में होता है और अभाव में ही प्रभाव दिखता है। आज एकेडमी को संचालित करने वाले प्रभाकर सिंह और उनकी टीम जिस तरह समर्पण की भावना इन बच्चों को तैयारी करवा रही है अब यह बच्चे स्पोर्ट्स कालेज और नेशनल गेम, तक पहुंचने लगे हैं। वह भी समय आएगा ,जब यह बच्चे देश और ओलिंपिक में भी शिरकत करेंगे।
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उन्होंने कहा कि आज यहां बच्चे घास के मैदान पर हाकी का खेल खेल रहे हैं। यही बच्चे जब नेशनल गेम खेलने जाने लगेंगे तो यहां भी यहां का मैदान एस्ट्रोटर्फ से सुसज्जित हो जाएगा। ग्रामीण प्रतिभाएं अपनी प्रतिभा के बल पर अपना रास्ता तय कर लेती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजना खेलो इंडिया का प्रभाव खेल के प्रत्येक क्षेत्र में बहुत तेजी से बढ़ रहा है। इस माध्यम से छिपी प्रतिभाएं भी अपना मुकाम हासिल कर रही हैं। उन्होंने खिलाड़ियों को मुकाम पाने के लिए तीन बिंदुओं पर ध्यान देने के लिए कहा, पहले अनुशासन से कभी समझौता मत करिए और पढ़ाई पर भी जोर दीजिए, आपके पास क्या है इस पर ध्यान मत दीजिए आप क्या पा सकते हैं इस पर फोकस करिए और लक्ष्य हासिल करने के लिए आपके अंदर एक भूख होनी चाहिए।
इसके पूर्व सबसे पहले ललित उपाध्याय ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय चंद्रदीप सिंह की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। प्रबंध समिति व खेल समिति की तरफ से प्रभाकर सिंह, प्राचार्य सतीश चंद्र सिंह, खेल समिति के सचिव रामानंद राजभर ने ललित उपाध्याय उनके कोच परमानंद मिश्र व फुटबाल खिलाड़ी बीपी सिंह का माल्यार्पण कर स्वागत किया। प्रबंध समिति ने सभी को प्रतीक चिन्ह अंग वस्त्रम देकर उनका सम्मान भी किया।
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पूरे आजमगढ़ जनपद में एकमात्र हाकी एकेडमी के बच्चों को ललित उपाध्यय के गुरु कोच परमानंद मिश्रा ने सभी खिलाड़ियों को कपड़े की एक किट दी। चौरी बेलहा पीजी कालेज के प्रबंधक व चंद्रदीप सिंह हाकी एकेडमी के संचालक प्रभाकर सिंह ने ललित उपाध्याय और उनके कोच परमानंद मिश्रा का स्वागत करते हुए कहा कि हाकी के ओलंपिक खिलाड़ी ललित उपाध्याय के आने से उनके एकेडमी के बच्चों का मनोबल बढ़ा है। उपाध्याय का एकेडमी के बच्चों ने भी जोरदार स्वागत किया।
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