Updated: Fri, 12 Sep 2025 09:53 PM (IST)
बदायूं के मुजरिया थाना क्षेत्र में पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में बैंक मैनेजर सहित तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोप है कि आरोपियों ने एक व्यक्ति को शराब पिलाकर उसके खेत का बैनामा करा लिया और प्रथमा ग्रामीण बैंक के मैनेजर ने फर्जी भारमुक्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया।
जागरण संवाददाता, बदायूं। मुजरिया थाना पुलिस ने एक धोखाधड़ी के मामले में बैंक मैनेजर समेत तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है। थाना क्षेत्र के गांव पातरचोहा निवासी धर्मेंद्र का कहना है कि उसके पिता रघुवीर शराब पीने के आदी थे। वह शराब पीने के इतनी लती हो गए थे कि उनकी तबीयत खराब होने लगी थी।
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कई बार उनसे मना भी किया गया था लेकिन वह नहीं माने लेकिन इस दौरान उनके गांव के आरोपित चंद्रकेश और जितेंद्र उनके पास आकर बैठने लगे और वह धीरे-धीरे उनको शराब पिलाने लगे थे। वह उसके परिवार वालों को यह भी भरोसा दे रहे थे कि वह उनके साथ कोई गलत काम नहीं कर रहे हैं लेकिन वह उसके पिता को शराब पिलाते रहे। 26 जून 2020 को उन्होंने उसके पिता को शराब पिलाकर एक खेत का बैनामा करा लिया।
अभी दो साल पहले जब पुलिस उसके घर पर आई तो पता चला कि उसके पिता ने चंद्रकेश व जितेंद्र को खेत बेच दिया है और उस खेत पर क्रेडिट कार्ड के तहत लोन भी निकाल लिया गया था। इसके बावजूद प्रथमा ग्रामीण बैंक कौल्हाई के मैनेजर ने भार मुक्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया था। जब उसने बैंक मैनेजर से जानकारी ली तो उसने बताया कि आरोपित चंद्रकेश और जितेंद्र ने फर्जी रूप से भारमुक्ति प्रमाण पत्र तैयार कराया है जबकि उसके पिता ने अपनी जमीन पर कोई भी क्रेडिट कार्ड से लोन नहीं निकाला था। उसने इस संबंध में राज्यपाल से भी शिकायत की। उनके आदेश पर मामले की जांच कराई गई। पुलिस ने बैंक मैनेजर समेत तीनों आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
इंडियन बैंक का एक करोड़ का गबन, तीन लोगों पर रिपोर्ट
उधर, बदायूं की इंडियन बैंक मैनेजर ने बिसौली कोतवाली में एक करोड़ रुपये के गबन के आरोप में तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। शहर में इंदिरा चौक के नजदीक स्थित इंडियन बैंक के मैनेजर राजकुमार सिंह का कहना है कि बिसौली कोतवाली क्षेत्र के हतसा निवासी राजेंद्र प्रसाद शंखधार, संजय कुमार शर्मा और अनीता शर्मा ने अपनी जमीन पर 1.29 करोड़ रुपये का लोन लिया था।
इससे उनकी जमीन बंधक कर दी गई थी। इसके बावजूद उन्होंने उस जमीन का आगे का हिस्सा बेच दिया और उसमें से कुछ लोन जमा कर दिया लेकिन अभी भी उन पर 1.07 करोड़ रुपया बकाया है। कई बार कहने के बावजूद उन्होंने लोन जमा नहीं किया। इससे उन्होंने तीनों लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी। पुलिस इसकी विवेचना कर रही है।
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