हादसों की आशंका खत्म! दैनिक जागरण की खबर के बाद जागी NHAI, बदायूं बाइपास के किनारे हुए दुरुस्त
दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद एनएचएआई जागा और बदायूं बाइपास के किनारे की मरम्मत की गई, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका कम हो गई है। बाइपास पर कई ...और पढ़ें
-1765286166639.webp)
बरेली-बदायूं हाईवे
जागरण संवाददाता, बदायूं। शहर के बाइपास और बरेली-बदायूं हाईवे पर इस समय निर्माण कार्य चल रहा है। बरसात के दिनों में बाइपास के किनारे ढह गए थे। पिछले सप्ताह बरेली-बदायूं हाईवे पर लगातार कई हादसे हुए। इसको लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने गंभीरता दिखाई और उसके तहत किनारों पर मिट्टी डलवाने का आदेश दिया। अब एनएचएआइ ने बाइपास के किनारों पर मिट्टी डलवाना शुरू कर दी है। इससे काफी हद तक हादसों का खतरा कम हो जाएगा।
बाइपास और बरेली-बदायूं हाईवे पर निर्माण की वजह से हादसों का खतरा बढ़ गया है। कई जगह बाइपास और बरेली-बदायूं हाईवे वन-वे कर दिया गया है। इसकी वजह से और ज्यादा हादसे हो रहे हैं। पिछले सप्ताह तो लगातार कई हादसे हुए और उनमें तीन लोगों की मृत्यु हो गई। कई लोग घायल हुए। इसके बावजूद एनएचएआइ ने कोई सुधार नहीं कराया और न ही हादसों को रोकने की कोई व्यवस्था की।
दैनिक जागरण ने यह खबर प्रमुखता से प्रकाशित की। अभी कुछ दिन पहले ही एआरटीओ अंबरीश कुमार ने बाइपास का निरीक्षण किया था। तब उन्होंने निर्माण की वजह से हादसों की आशंका जताई थी और एनएचएआई के इंजीनियरों को बुलाकर हादसा प्वाइंट दिखाए थे और वहां सुधार कराने को कहा था लेकिन एनएचएआई ने इस पर कोई काम नहीं किया।
अभी दो दिन पहले एडीएम अरुण कुमार ने एनएचएआइ के इंजीनियरों को बुलाकर मीटिंग की थी और तत्काल प्रभाव से सुधार कराने को कहा था। एनएचएआइ ने सड़क किनारों पर मिट्टी डलवाना शुरू कर दी है। सम्राट अशोक चौराहे से लेकर सरदार पटेल चौक तक बाइपास पर मिट्टी डलवा दी गई और उसके किनारे समतल कराना शुरू कर दिए गए हैं। इससे आगे भी मिट्टी डलवाई जा रही है। इससे कम से कम हादसों का खतरा कम हो जाएगा। उसके बाद बरेली-बदायूं हाईवे पर सुधार कराने का प्रयास किया जाएगा।
सड़क वन-वे होने से ज्यादा हो रहे थे हादसे
शहर के बाइपास और बरेली-बदायूं हाईवे पर सड़क वन-वे होने से और ज्यादा हादसों का खतरा बढ़ गया था। क्योंकि एक ओर से चलने वाले वाहनों की रफ्तार अभी भी काफी ज्यादा है जबकि जगह-जगह स्पीड लिमिट के बोर्ड लगे हुए हैं। इसके बावजूद वन-वे सड़क पर वाहन तेजी से दौड़ रहे हैं। दूसरी ओर बारिश में किनारे कटने से बाईपास की चौड़ाई काफी कम हो गई थी। इससे भी हादसे होने का खतरा बना हुआ था।
अभी दो दिन पहले एनएचएआई के इंजीनियरों के साथ एडीएम प्रशासन ने बैठक की थी। उसमें इसी बात को लेकर चर्चा हुई थी, जिससे अब बाईपास के किनारों पर मिट्टी डलवाना शुरू कर दी गई है। इससे काफी हद तक हादसों का खतरा कम हो जाएगा।
- अंबरीश कुमार, एआरटीओ प्रशासन
यह भी पढ़ें- बदायूं के सालारपुर में बनेंगे तीन नए फीडर, 25 गांवों को मिलेगी निर्बाध बिजली आपूर्ति

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।