बदायूं : स्कूल में शर्मनाक हरकत: हिंदू छात्राओं की पानी की बोतल में 'पेशाब' मिलाने का आरोप, भड़की करणी सेना
उसहैत में एक स्कूल में छात्राओं की पानी की बोतल में पेशाब मिलाने का आरोप लगने से तनाव फैल गया है। करणी सेना ने प्रदर्शन कर मुस्लिम छात्रों पर हिंदू छात्राओं के साथ घिनौनी हरकत करने का आरोप लगाया है। स्कूल प्रशासन ने आरोपों को गलत बताया है। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में आरोप साबित नहीं हुए हैं और मामले की जांच जारी है।

प्रतीकात्मक चित्र
संसू, जागरण उसहैत। यदि आरोप सच साबित हुए तो घटना बेहद शर्मनाक है। उसहैत कस्बा के स्कूल में छात्राओं की पानी की बोतल में पेशाब मिलाने का आरोप लगा है। इस पर शनिवार को स्कूल पहुंचे करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। उनका कहना था कि मुस्लिम लड़कों ने हिंदू छात्राओं से जानबूझकर घिनौनी हरकत की है, उन पर कार्रवाई की जाए। इससे इतर, पुलिस अब तक प्रकरण को संदिग्ध बता रही है।
क्षेत्र के एक विद्यालय पहुंची करणी सेना के जिलाध्यक्ष शिव गुप्ता ने कहा कि कुछ मुस्लिम छात्र हिंदू छात्राओं को परेशान करते हैं। 20 नवंबर को छात्राएं धूप के कारण छत पर बैठकर पढ़ रही थीं। उनके बैग व पानी की बोतलें कक्ष में रखी थीं। उसी दौरान मुस्लिम लड़कों ने उनकी पानी में बोतल में पेशाब मिला दी।
कुछ छात्राओं ने देखा तो इसकी जानकारी छत पर बैठी अन्य छात्राओं को दी। उन्होंने प्रकरण पर आपत्ति जताई मगर, स्कूल प्रबंधन ने कार्रवाई नहीं की। बाद में छात्राएं घर पहुंची तब उनकी आपबीती सुनकर अन्य ग्रामीणों को जानकारी हुई। इसी आधार पर स्कूल के प्रधानाचार्य से शिकायत करने पहुंची परंतु, सुनवाई नहीं हुई।
शनिवार को दोबारा पहुंचकर प्रदर्शन कर आरोपितों पर कार्रवाई की मांग की। इस घटनाक्रम पर स्कूल के प्रधानाचार्य ने आपत्ति जताई। उनका आरोप था कि करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने झूठे आरोप लगाकर स्कूल का माहौल खराब किया। छात्राओं के साथ किसी प्रकार की घटना नहीं हुई। प्रधानाचार्य ने थाने में तहरीर देकर करणी सेना के कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की मांग की। पुलिस का कहना है कि करणी सेना के आरोप संदिग्ध हैं। आरंभिक जांच में आरोपों पुष्टि नहीं हुई है।
यह मामला दो दिन पहले का हैं। तब कोई प्रार्थना पत्र थाने नहीं आया था। अब उन्होंने शिकायती पत्र दिया है। स्कूल प्रबंधक और प्रधानाचार्य की ओर से भी प्रार्थना पत्र आया है। दोनों प्रार्थना पत्र शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दे दिए गए हैं। उनकी जांच के बाद मामले में कोई की जाएगी।
- अजय पाल सिंह, इंस्पेक्टर उसहैत

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