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    Baghpat: कर्ज से परेशान किसान की आत्महत्या के मामले में मुकदमा दर्ज, सदमे में चाची की भी हो गई थी मौत

    Updated: Tue, 02 Sep 2025 03:44 PM (IST)

    Bagpat News डौला गांव में कर्ज से परेशान किसान चंद्रबोस ने आत्महत्या कर ली थी। चंद्रबोस की चाची पुष्पा देवी भतीजे की मौत से बहुत दुखी थीं उन्हें इसका सदमा लगा और हृदय गति रुकने से उनकी मौत हो गई। किसान की आत्महत्या के मामले में अमीन के अनुसेवक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।

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    कर्ज से परेशान किसान की आत्महत्या के मामले में मुकदमा दर्ज

    संवाद सूत्र, जागरण, अमीनगर सराय (बागपत)। कर्ज के बोझ में दबे किसान चंद्रबोस ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मृतक के घर के बाहर लोग कर्जमाफी व संग्रह कर्मियों पर मुकदमे की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए थे। किसान की मौत के गम में उसकी चाची को भी रविवार रात हार्ट अटैक से मौत हो गई। सोमवार को दोनों का दाह संस्कार कर दिया गया।

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    डौला गांव में रविवार सुबह किसान चंद्रबोस का शव पेड़ से लटका हुआ मिला था। किसान ऋण के बोझ में दबा हुआ था। लोग मृतक किसान के घर के बाहर धरने पर बैठ गए। मृतक किसान की 78 वर्षीय चाची पुष्पा देवी भी धरने पर बैठे लोगों से भतीजे की मौत के बारे में जानकारी ले रही थीं। स्वजन के मुताबिक पुष्पा अपने भतीजे चंद्रबोस से बहुत स्नेह करती थीं।

    भतीजे की मौत के बाद रुकने का नाम नहीं ले रहे थे आंसू

    भतीजे की मौत से पुष्पा के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। रात्रि में धरना समाप्त हुआ। इसके बाद धरने पर बैठे लोग अपने घर लौट गए। पुष्पा भी घर जाकर चारपाई पर लेट गईं। कुछ देर बाद पुष्पा बेसुध हो गईं। पुष्पा के पति रामबीर ने यह देखा तो स्वजन को जानकारी दी। स्वजन पुष्पा को लेकर चिकित्सक के पास पहुंचे। जांच के बाद चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुष्पा की मौत हृदय गति रुकने से हुई।

    आत्महत्या के मामले में अनुसेवक के खिलाफ मुकदमा, किसान का कर्ज होगा माफ

    संवाद सूत्र, जागरण, अमीनगर सराय (बागपत)। ग्राम डौला के किसान चंद्रबोस ने कर्ज के बोझ में दबकर फांसी लगाकर आत्महत्या की है। वर्ष 2015 व 2017 में 4.5 लाख रुपये के तीन लोन लिए थे। आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से ऋण जमा नहीं कर पाए थे। रिकवरी आरसी जारी कर दी गई थी।

    आरोप है कि संग्रह अमीन और उनके अनुसेवक ने किसान को कर्ज की धनराशि जमा नहीं करने पर तहसील में बंद करने की धमकी दी थी। उन्होंने शव लेने से इन्कार करते हुए ऋण माफी व दोनों आरोपित कर्मचारी के विरुद्ध मुकदमा, बेटे को सरकारी नौकरी और दुर्घटना योजना का लाभ दिलाने की मांग को लेकर घर के बाहर धरने पर बैठ गए थे। 

    एसडीएम अमरचंद व तहसीलदार अभिषेक सिंह ने किसान की तेरहवीं से पूर्व पूरा ऋण माफ व आरोपित कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज करने पर सहमति बनी। इसके बाद धरना समाप्त किया गया। पोस्टमार्टम के बाद किसान के शव की सोमवार को अंत्येष्टि की गई। 

    एसपी सूरज कुमार राय का कहना है कि अमीन के अनुसेवक महेश के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया। उधर एसडीएम अमरचंद वर्मा का कहना है कि किसान का ऋण माफ होगा। पारिवारिक लाभ योजना के तहत 30 हजार की धनराशि मिलेगी। बेटे को सरकारी नौकरी की मांग और किसान दुर्घटना योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा।

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