रुद्र महायज्ञ में सृजित की गई अरणी मंथन साधना
जनऊपुर गांव स्थित हुलहुल बाबा मंदिर परिसर में आयोजित नौ

जागरण संवाददाता, रतसर (बलिया) : जनऊपुर गांव स्थित हुलहुल बाबा मंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय रुद्र महायज्ञ एवं रामकथा के तीसरे दिन रविवार को यज्ञाचार्य के निर्देशन में विधि-विधान से यज्ञकुंड में अरणी मंथन (अग्नि प्राकट्य) साधना सृजित की गई। इससे अग्निदेव यज्ञकुंड में विराजमान हो गए। काशी से आए यज्ञाचार्य पंडित यज्ञेश उपाध्याय व पंडित गणेश तिवारी के मंत्रोचार की गूंज से माहौल भक्तिमय हो गया था। श्रद्धालुओं ने यज्ञ मंडप की परिक्रमा की। कथावाचक संत बालक दास महाराज का संगीतमय प्रवचन हुआ। उन्होंने शिव-पार्वती विवाह पर प्रकाश डाला।
वृंदावन की रास मंडली के कलाकारों द्वारा कृष्ण-सुदामा चरित्र की करुण प्रस्तुति ने श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। यज्ञ समित के मुख्य संरक्षक अनाम दास महाराज के तत्वावधान में चल रहे भंडारे में सैकड़ों लोग प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं। यज्ञ परिसर के निकट प्रसाद, श्रृंगार, मिठाई, खिलौने एवं चर्खी आदि की काफी संख्या में सजी दुकानों पर लोग खरीददारी करते देखे जा रहे हैं। संचालन में पिटू सिंह चौहान, आनंद प्रकाश, मिथिलेश पांडेय, राकेश पांडेय, शिवजी गुप्ता, राधेश्याम पाडेय आदि जुटे रहे।

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