Updated: Fri, 05 Sep 2025 10:58 PM (IST)
बलरामपुर में 86 करोड़ से अधिक का फर्जीवाड़ा सामने आया है जिसमें 23 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी का मामला दर्ज हुआ है। संदीप कुमार नामक व्यक्ति पर आरोप है कि उसने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ओम इंटरप्राइजेज के नाम से फर्म पंजीकृत कराकर बिना वास्तविक खरीद-बिक्री के आइटीसी हस्तांतरित की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, बलरामपुर। 86 करोड़ 91 लाख रुपये का व्यवसाय दिखाकर 23 करोड़ से अधिक के इनपुट कर लाभ (आइटीसी) के घोटाले का मामला सामने आया है। कर विभाग ने संदीप कुमार पुत्र सुरेश कुमार निवासी 264 मुहल्ला टील फिरोजाबाद के विरुद्ध कर चोरी का मुकदमा देहात कोतवाली में दर्ज कराया है।
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संदीप ने ललिया के शिवपुरा गांव में ओम इंटरप्राइजेज के नाम से फर्म पंजीकृत कराया था। सहायक आयुक्त राज्य कर खंड-1 बलरामपुर ने दर्ज कराए गए मुकदमे में आरोप लगाया है कि ओम इंटरप्राइजेज के स्वामी संदीप द्वारा फर्म का पंजीयन प्राप्त करने के लिए संगीता यादव निवासिनी रामपुर देहली सुजानपुर का बिजली बिल अपलोड किया गया है, जो कानपुर इलेक्ट्रिसटी स्पलाई कंपनी लिमिटेड का है।
किरायानामा भी कूटरचित है, जिसमें व्यापार स्थल का पता अस्तित्व में नहीं है। व्यापारी द्वारा बिना वास्तविक खरीद-बिक्री के ही माह जुलाई में 86 करोड़ 91 लाख 74 हजार 600 रुपये की आउटवर्ड आपूर्ति घोषित करते हुए 23 करोड़ 11 लाख 94 हजार 648 रुपये की आइटीसी हस्तांतरित की गई है। जांच में पाया गया कि व्यापारी द्वारा वास्तविक रूप से कर जमा किए बिना ही प्रपत्रों के दुरुपयोग से आइटीसी हस्तांतरित की गई है।
केंद्रीय प्राधिकारी द्वारा बीते 25 अगस्त को नोटिस भेजकर फर्म का पंजीयन निलंबित कर दिया गया है। प्रभारी निरीक्षक गिरिजेश कुमार तिवारी ने बताया कि आरोपित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर छानबीन की जा रही है।
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