Dog Attack: डीजे की धुन में दब गई मासूम की चीख, वो चीखता रहा कुत्ते नोचते रहे
बांदा में तीन साल के मासूम को कुत्तों ने मार डाला। किराने की दुकान से सामान लेने गए मासूम बच्चे को पांच कुत्तों ने नोच नोचकर मार दिया। मासूम चीखता रहा लेकिन पास में ही कांवड़ियों के स्वागत में बज रहे डीजे की वजह से लोगों को उसकी चीख सुन नहीं पाए।

जागरण संवाददाता, बांदा। किराने की दुकान से सामान लेने गए तीन साल के बच्चे को कुत्तों ने नोच नोच कर मार डाला। मां के कहने पर घर से महज दो सौ मीटर दूर एक किराना दुकान पर सामान लेने गया था। एक ओर गांव में कांवड़ियों के स्वागत में डीजे की धुन पर झूमता उल्लास था, वहीं दूसरी ओर उसी शोर में एक मासूम की जिंदगी दम तोड़ रही थी।
गिरवां थाना क्षेत्र के ग्राम पथराहा में मंगलवार की सुबह पांच वर्षीय कृष्णा कुशवाहा पर आवारा कुत्तों ने जानलेवा हमला कर दिया। दर्दनाक पहलू यह रहा कि डीजे के शोर में उसकी चीखें किसी को सुनाई नहीं दीं।
जिले के गिरवां थाना क्षेत्र के पथराहा गांव में पंकज कुशवाहा का तीन वर्षीय बेटा कृष्णा सुबह करीब साढ़े सात बजे अपने घर से समान लेने के लिए निकला था। जैसे ही वह गांव की मुख्य गली में स्थित दुकान के पास पहुंचा, वहां पहले से ही बैठे पांच आवारा कुत्तों ने उसे घेर लिया। पहले तो कुत्ते भौंकते रहे, लेकिन चंद ही पलों में वह आदमखोर हो गए। कुत्तों ने मासूम पर हमला बोल दिया।
इस दौरान कोई आसपास भी नहीं था। बच्चे की चीख-पुकार सुनकर लोग मौके पर दौड़े और किसी तरह कुत्तों को भगाया। खून से लथपथ बच्चे को स्वजन आनन-फानन में नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, लेकिन डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मन्नतों के बाद हुआ था कृष्णा
कृष्णा, जो बड़ी मन्नतों के बाद माता-पिता की गोद में आया था। मासूम कृष्णा अपने चार बहनों में सबसे छोटा था और परिवार का लाड़ला भी। घर के पास की दुकान से बिस्कुट लेकर लौट रहा था। इसी बीच दो पालतू व तीन आवारा कुत्तों ने उसे घेरकर हमला कर दिया। मासूम खुद को बचाने की कोशिश करता रहा, लेकिन तेज डीजे और भीड़-उत्सव के माहौल में उसकी पुकार कहीं खो गई। पड़ोस में रहने वाली एक महिला किसी काम से बाहर निकली तो नजर उस वीभत्स दृश्य पर पड़ी।
गला नोच चुके थे कुत्ते
उसने शोर मचाया, कुत्तों को भगाने की कोशिश की, लेकिन तब तक कुत्ते बच्चे का गला नोच चुके थे। महिला ने दौड़कर स्वजन को सूचना दी। स्वजन तुरंत कृष्णा को लेकर अस्पताल भागे, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। इस दर्दनाक हादसे ने गांव में जश्न को मातम में बदल दिया। एक तरफ प्रशासन की लापरवाही से बेतहाशा बढ़े आवारा कुत्ते, तो दूसरी ओर बेकाबू शोर-शराबा, जिसने एक मासूम की जिंदगी निगल ली।
लोगों में रोष
उसकी असमय मौत से पूरे गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग किया कि गांव और आसपास के इलाकों में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या पर तुरंत नियंत्रण किया जाए, ताकि आगे किसी और मासूम की जान न जाए। गिरवां थाना प्रभारी चंद्र प्रकाश तिवारी ने बताया कि हमें सुबह पथराहा गांव में मासूम पर कुत्तों के हमले की सूचना मिली थी। पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची। यह बेहद दुखद और गंभीर मामला है। परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है।
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