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    बांदा में फर्जी तरीके से कोर्ट का दोषमुक्त आदेश तैयार किया, मुख्य आरक्षी पर मुकदमा दर्ज

    Updated: Fri, 21 Nov 2025 06:37 PM (IST)

    बांदा में मुख्य आरक्षी भाई लाल पर फर्जी दोष मुक्ति आदेश बनाने का आरोप लगा है। उस पर भ्रष्टाचार और गंभीर अपराधों के आरोप थे। उसने न्यायालय का कूटरचित आदेश देकर पदोन्नति पाई। मामले का खुलासा तब हुआ जब न्यायालय ने प्रगति रिपोर्ट मांगी। एसपी ने भाई लाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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    जागरण संवाददाता, बांदा। भ्रष्टाचार अधिनियम, घर में घुसकर डकैती व मारपीट सहित गंभीर धाराओं के आरोपित मुख्य आरक्षी ने कूटरचित ढंग से तैयार किया गया न्यायालय का दोष मुक्त का निर्णय विवेचक को दिया था। जिसके बल पर उसका प्रमोशन भी मुख्य आरक्षी पद पर हो गया।

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    जब केस की प्रगति आख्या न्यायालय ने मांगी तो मामले का राज खुला। मुख्य आरक्षी के प्रस्तुत दस्तावेज झूठे पाए गए। एसपी पलाश बंसल ने मुख्य आरक्षी भाई लाल के ऊपर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। आरोपित मुख्य आरक्षी वर्तमान में खीरी जनपद में तैनात है।

    मीरजापुर जनपद के कोतवाली देहात के राजपुर आमघाट गांव निवासी भाई लाल कोतवाली नरैनी में 2005 में तैनात था। उसके ऊपर तैनाती के दौरान भ्रष्टाचार अधिनियम सहित घर में घुसकर डकैती, मारपीट करने की धाराओं पर मुकदमा पंजीकृत किया गया था। विवेचना दौरान साक्ष्य सबूत के आधार पर आरोप पत्र विवेचक द्वारा मात्र मारपीट व धमकी देने का न्यायालय में प्रेषित किया गया था।

    मामला हाजिरी पर चलता रहा, लेकिन आरोपित मुख्य आरक्षी ने 28 जून 2016 के न्यायालय का फर्जी आदेश तैयार करते हुए अपने को दोष मुक्त होना तत्कालीन पीठासीन अधिकारी नगर को बताया। उसने दोष मुक्त का कूटरचित तैयार आदेश भी विवेचक पीठासीन अधिकारी को दे दिया। जिससे उसका प्रमोशन मुख्य आरक्षी पद पर हो गया।

    न्यायालय ने 12 जून 2024 को इस केस की प्रगति आख्या पुलिस से मांगी तो जानकारी प्राप्त हुई कि अभी यह मुकदमा हाजिरी पर चल रहा है। पीठासीन अधिकारियों की ओर से आपत्ति दर्ज करते हुए बताया गया कि आरोपित मुख्य आरक्षी को न्यायालय द्वारा दोष मुक्त कर दिया गया है। जांच के दौरान न्यायालय का मुख्य आरक्षी की ओर से पेश किया आदेश फर्जी है।

    जांच में यह भी स्पष्ट हो गया कि मुख्य आरक्षी अपने को फायदा पहुंचाने के लिए कूटरचित दस्तावेजों का प्रयोग करके दोष मुक्त निर्णय विभाग को दिया है। जिसमें एसपी पलाश बंसल ने मुख्य आरक्षी भाई लाल के ऊपर गंभीर धाराओं पर मुकदमा पंजीकृत कराया है।

    एसपी ने दर्ज कराए गए मुकदमे की पुष्टि करते हुए बताया कि मुख्य आरक्षी ने कूटरचित दोष मुक्त का आदेश तैयार कराया था। मामले की जांच की जा रही है। जांच के तथ्यों के आधार पर आरोपित मुख्य आरक्षी की गिरफ्तारी भी की जाएगी।